PHD Full Form in Hindi – पीएचडी कैसे करें ?

PHD Full Form “Doctor of Philosophy“ यह के ऐसा कोर्स है जिसमे इस कोर्स को पूरा करने वाला कैंडिडेट किसी अपने पसंदीदा Subject में गहन Research करता है । और इस कोर्स को पूरा करने के बाद वह अपने नाम के आगे डॉ. लगाने की उपाधि मिलती है ।

यह कोर्स बहुत ही सम्मान जनक होता है , और अधिकतर पीएचडी Degree प्राप्त करने वाले किसी कॉलेज या यूनिवर्सिटी में Lecturer/Professor बनकर पढाते है ।

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क्या आपका भी सपना एक प्रोफेसर या रिसर्चर बन्ने का है अगर हाँ तो आज का यह Article में आपको इसी कोर्स के बारे में पूरी जानकरी देंगे जैसे पीएचडी का फुल फॉर्म से लेकर सैलरी तक पूरी जानकारी के लिए आप मेरे साथ अंत तक जरुर बने रहे ।

PHD Full Form in Hindi

PHD Full Form In Hindi “दर्शनशास्त्र का डॉक्टर” है, जो लैटिन शब्द “Philosophiae Doctor” से लिया गया है। जिसे English में “Doctor of Philosophy” (PHD) भी कहते है  PHD एक ऐसी उच्चतम उपाधि या डॉक्टरेट है, जो एक विशेष विषय में Research के लिए दी जाती है।

PHD कोर्स की अवधि 3 से 5 साल तक होती है। PHD में प्रवेश के लिए एक मास्टर डिग्री या MPhil की आवश्यकता होती है, जिसमें कम से कम 55% अंक होने चाहिए।

डॉक्टर ऑफ फिलॉसफी क्या होता है ?

Doctor of Philosophy (PHD) एक उच्च शिक्षा की Degree है जिसमें आपको किसी विशेष विषय में गहन Research करनी होती है और उसके आधार पर एक Thesis (प्रसंग) लिखना होता है।

इस Degree को पूरा करने के बाद आपके नाम के आगे डॉक्टर की उपाधि लगती है। यह Degree आपको अपने विषय में विशेषज्ञता और नई जानकारी प्रदान करती है।

PHD Full Form in Hindi
PHD Full Form in Hindi

PHD करने के लिए आपको किसी भी विषय में Masters Degree लेनी होती है और फिर उसी विषय में entrance exam और इंटरव्यू को Clear करना होता है। PHD करने वाले व्यक्ति को अपने नाम के आगे डॉक्टर की उपाधि लगाने का अधिकार होता है।

PhD की अवधि 3 से 5 साल तक हो सकती है, जिसमें आपको एक thesis or dissertation लिखना होता है, जो आपके रिसर्च का परिणाम होता है। PhD करने के बाद आपको अकादमिक और रिसर्च क्षेत्रों में Carrier की संभावना मिलती है।

पीएचडी का इतिहास है ?

पीएचडी की उत्पत्ति यूरोप में मध्ययुगीन universities से जुड़ी हुई है। इसका पहला उल्लेख सन् 1150 में पेरिस में मिलता है, जहां एक विद्वान को अपने शिष्यों को शिक्षा देने का अधिकार प्राप्त करने के लिए एक doctoral degree की आवश्यकता थी।

इसके बाद, पीएचडी की Degree का विकास यूरोप के विभिन्न देशों में अलग-अलग रूपों में हुआ। उदाहरण के लिए, जर्मनी में पीएचडी को हाबिलिटाशन (Habilitation) कहा जाता था, जो एक विशेष Research पर आधारित था। इंग्लैंड में पीएचडी को डीएलिट (D.Litt.) कहा जाता था, जो एक विद्वान के द्वारा प्रकाशित कार्यों का समीक्षा था।

19वीं शताब्दी में, पीएचडी की Degree को अमेरिका में भी लाया गया, जहां यह बुनियादी विज्ञानों और humanities के क्षेत्र में Research के लिए एक मानक बन गया। अमेरिका का पहला PhD degree 1861 में येल विश्वविद्यालय द्वारा प्रदान किया गया था।

 20वीं शताब्दी में, पीएचडी की Degree को विश्व के अन्य भागों में भी फैलाया गया, जैसे ऑस्ट्रेलिया, कनाडा, भारत, जापान, चीन आदि।

आज, पीएचडी की डिग्री सभी विषयों में उपलब्ध है और आम तौर पर एक व्यक्ति को प्राप्त होने वाली सर्वोच्च Education Degree का उच्चतम स्तर है। पीएचडी करने के लिए Qualification पीएचडी करने के लिए आपके पास Post graduation होनी चाहिए। पोस्ट ग्रेजुएशन डिग्री में आपके 55% के आस पास होने चाहिए।

PhD करने से फायदे क्या होते हैं?

पीएचडी करने से फायदे कई हैं, जैसे कि

  1. आप अपने विषय में expert बन जाते हैं और अपने नाम के आगे डॉक्टर की उपाधि लगा सकते हैं।
  2. आप अपने Research को दुनिया के सामने प्रस्तुत कर सकते हैं और उसके लिए सम्मान और मान्यता प्राप्त कर सकते हैं।
  3. आप किसी भी University या कॉलेज में Professor बनने के लिए योग्य हो जाते हैं और अपने ज्ञान को दूसरों के साथ बांट सकते हैं।
  4. आप सरकार द्वारा Scholar ship और अन्य सुविधाओं का लाभ उठा सकते हैं और अपनी आर्थिक स्थिति को बेहतर बना सकते हैं।
  5. आप समाज में एक बुद्धिजीवी (intellectual) और Teacher के रूप में गिने जाते हैं और आपकी इज्जत और प्रतिष्ठा बढ़ जाती है।

ये तो कुछ पीएचडी करने के फायदे थे, लेकिन इसके साथ ही आपको कुछ चुनौतियों का भी सामना करना पड़ता है जो निम्न प्रकार है जैसे –

  1. पीएचडी करना आसान नहीं होता है, आपको बहुत मेहनत और समर्पण के साथ अपने Subject पर गहन Research करनी होती है।
  2. PHD करते वक्त आपको अपने family, friends और सामाजिक जीवन से थोड़ा दूर होना पड़ता है, क्योंकि आपको अपना ज्यादातर Time पढ़ाई में लगाना होता है।
  3. PHD करने के लिए आपको किसी भी Subject में Master Degree (MA /एम काम / बी एस सी ) होनी चाहिए और फिर उसी Subject में entrance exam और इंटरव्यू को Clear करना होता है, जो कि काफी कठिन हो सकता है।
  4. PHD करने के बाद भी आपको Job मिलने की कोई गारंटी नहीं होती है, आपको अपने रिसर्च के आधार पर नौकरी ढूंढनी होती है, जो कि आसान नहीं होता है।

PHD करने के लिए योग्यता

PHD करने के लिए योग्यता कुछ इस प्रकार है:

  • सबसे पहले तो किसी भी Subject में 12th पास करें ।
  • इसके बाद आपको ग्रेजुएशन (BA/B.sc/BCA/B.Com) से अपनी ग्रेजुएशन पूर्ण करें ।
  • आपको किसी भी विषय में मास्टर्स डिग्री (MA/ M.com/ M.sc/MCA) होनी चाहिए, जिसमें आपके कम से कम 55% अंक होने चाहिए।
  • आपको उसी विषय में entrance exam और Interview को Clear करना होगा, जो कि काफी कठिन हो सकता है।
  • अगर आप Engineering में PHD करना चाहते हैं, तो आपका एक Valid GATE स्कोर होना चाहिए।
  • इस कोर्स को करने के लिए कोई Age लिमिट नही होती है ।

लेकिन अलग-अलग Universities and Colleges अपने अनुसार और भी कुछ qualifications लग सकते हैं, जैसे कि एक specified topic में रिसर्च प्रोपोजल, रिसर्च एक्सपीरियंस, पब्लिकेशन्स, रिकमेंडेशन लेटर्स, आदि।

PHD की तैय्यारी कैसे करें ?

PHD की तैय्यारी करने के लिए आपको निम्नलिखित बातों का ध्यान रखना होगा

  1. आपको अपने Subject का चुनाव सोच समझकर करना होगा, जिसमें आपको रुचि और ज्ञान हो।
  2. आपको अपने Subject के बारे में अधिक से अधिक पढ़ना और समझना होगा, जिसके लिए आपको अच्छी किताबें, Journal, article, report, आदि पढ़ने होंगे।
  3. आपको अपने विषय में एक research proposal बनाना होगा, जिसमें आपको अपना रिसर्च का Issue, Question, Objective, Methodology, Literature Review, आदि लिखना होगा।
  4. आपको अपने विषय में एंट्रेंस एग्जाम की तैयारी करनी होगी, जिसके लिए आपको पिछले साल के question paper, mock test, आदि की मदद लेनी होगी।
  5. आपको अपने विषय में Interview की तैयारी करनी होगी, जिसके लिए आपको अपने research proposal को अच्छे से प्रस्तुत करना होगा, और अपने विषय से संबंधित प्रश्नों के जवाब देने होंगे।
  6. इसके अलावा, आपको अपने Research Guide, Seniors,और दूसरे researchers की सलाह भी लेनी होगी, जो आपको अपने Research को बेहतर बनाने में मदद करेंगे।

PHD कोर्स के लिए top 10 कॉलेज इन इंडिया

PHD कोर्स के लिए भारत में टॉप 10 कॉलेज निम्न प्रकार से है जैसे –

  1. IIT मद्रास
  2. IIST बैंगलोर
  3. IIT दिल्ली
  4. IIT बॉम्बे
  5. IIT कानपुर
  6. लेडी श्रीराम कॉलेज फॉर बूमन, दिल्ली
  7. फेकल्टी ऑफ एजुकेशन, जामिया मिलिया इस्लामिया, दिल्ली1
  8. बॉम्बे टिचर्स ट्रेनिंग कॉलेज, मुंबई
  9. विजया टिचर्स कॉलेज, बैंगलोर
  10. अल-अमीन कॉलेज ऑफ एजुकेशन, बैंगलोर

PHD कोर्स जॉब प्रोफाइल इन इंडिया

PHD कोर्स के बाद आपको विभिन्न job profile में काम करने का मौका मिलता है, जो आपके Subject और रुचि के अनुसार हो सकते हैं।

रिसर्च साइंटिस्ट

जिसमें आपको अपने Subject के बारे में गहन Research करना होता है, और नए Theories, Techniques, और उपकरणों का विकास करना होता है। आपको Research Projects को प्लान, design, analyze, और रिपोर्ट करना होता है, और अपने Research का प्रचार और प्रकाशन करना होता है। Research Scientist की औसत Salary ₹4 से 10 लाख रुपए प्रति वर्ष हो सकती है।

प्रोफेसर/एसिस्टेंस प्रोफेसर

यह एक ऐसा जॉब प्रोफाइल है, जिसमें आपको अपने Subject में उच्च स्तर की शिक्षा देना होता है, और छात्रों को अपने Research के बारे में प्रेरित करना होता है। आपको Lectures, Seminars, Workshops, और Lab Sessions को संचालित करना होता है ।

PHD Full Form In hindi
PHD Full Form In hindi

और छात्रों का मार्गदर्शन करना होता है। आपको अपने Subject में नवीनतम Research को Update रखना होता है, और अपने Research का प्रकाशन करना होता है। Professor/Assistant Professor की औसत सैलरी ₹4 से 7 लाख रुपए प्रति वर्ष हो सकती है।

डाटा साइंटिस्ट

यह एक ऐसा जॉब प्रोफाइल है, जिसमें आपको बड़े पैमाने पर Data को Store , Management, analysis, और visualize करना होता है, और उससे उपयोगी Information और निर्णय निकालना होता है। आपको Data को structured और unstructured दोनों तरह से Handel करना होता है।

और उसे विभिन्न Tools और टेक्निक्स का इस्तेमाल करके Analyze करना होता है। आपको Data के आधार पर models, algorithms, और dashboards बनाना होता है, और उनके performance को टेस्ट और optimize करना होता है। data scientist की औसत सैलरी ₹5 से 10 लाख रुपए प्रति वर्ष हो सकती है।

  • एग्रीकल्चरल और फूड साइंटिस्ट
  • बायोमेडिकल साइंटिस्ट,
  • एनालिटिकल केमिस्ट,
  • फार्मास्यूटिकल डेवलपर,
  • इन्वेस्टमेंट बैंकर,
  • एसोसिएट प्रोफेसर,
  • मैथमेटिक्स ट्यूटर,
  • एडवोकेट,
  • जज,
  • लीगल एडवाइजर,
  • लीगल रिसर्चर,
  • बिजनेस डेवलपमेंट मैनेजर,
  • एचआर मैनेजर,
  • क्लिनिकल साइकोलॉजिस्ट
  • फॉरेंसिक साइकोलॉजिस्ट
  • बायोलॉजिकल साइंटिस्ट,
  •  बायोटेक्नोलॉजी रिसर्चर

PHD कोर्स एंट्रेंस एग्जाम कौन से होते है ?

PHD कोर्स के लिए एंट्रेंस एग्जाम विभिन्न Universities and Institutes द्वारा आयोजित किए जाते हैं। कुछ विश्वविद्यालय अपने अपने entrance exam का आयोजन करते हैं, जैसे कि –

DU, JNU, BHU, आदि, कुछ विश्वविद्यालय National level के entrance exam के आधार पर प्रवेश देते हैं, जैसे कि UGC NET, CSIR NET, GATE, JRF, आदि। कुछ विश्वविद्यालय अपने entrance exam के साथ-साथ इन National level के एग्जाम के Score को भी मान्यता देते हैं।

PHD कोर्स के लिए फीस

PHD कोर्स के लिए फीस विभिन्न Institutes और Subject के अनुसार अलग-अलग हो सकती है। आम तौर पर, PHD कोर्स की फीस ₹2,000 से ₹2,00,000 तक हो सकती है और इस फीस में कुछ सुविधाए भी होती जिसके कारण fees बढ सकती है जो निम्न प्रकार है –

  • एडमिशन फीस
  • ट्यूशन फीस
  • लैब फीस
  • लाइब्रेरी फीस
  • एग्जाम फीस
  • थीसिस फीस
  • अन्य खर्च

कुछ संस्थानों में, PHD कोर्स की फीस उन Candidates के लिए कम हो सकती है, जो UGC NET, CSIR NET, GATE, JRF जैसे राष्ट्रीय स्तर के एग्जाम को Clear कर चुके हैं, या जो Research Fellowship या Scholar Ship प्राप्त कर चुके हैं ।

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PHD कोर्स करने के बाद सैलरी

पीएचडी कोर्स करने के बाद Salary के लिए आपको अपने विषय, जॉब प्रोफाइल, एक्सपीरियंस और रोजगार के क्षेत्र पर Depend होता है ।

पीएचडी करने के बाद शुरुआती Salary ₹40000 से लेकर ₹ 50000 तक हर महीने होती है। काम में अनुभव बढ़ जाने के बाद आपकी सैलरी लगभग 8-9 लाख रुपए सालाना तक भी जा सकती है ।

FAQ OF डॉक्टर ऑफ फिलॉसफी

प्रश्न 1. PhD का मतलब क्या है?

PhD का मतलब है Doctor of Philosophy, जो एक उच्च स्तर की डिग्री है, जिसे किसी विशेष विषय में गहन रिसर्च करने वाले उम्मीदवारों को दिया जाता है। PhD करने वाले लोगों को अपने नाम के आगे डॉक्टर कहा जाता है।

प्रश्न 2. क्या PhD करने की उम्र होती है?

नहीं, PhD करने की कोई उम्र सीमा नहीं होती है। आप किसी भी उम्र में PhD कर सकते हैं, बस आपको इसके लिए योग्यता पूरी करनी होती है।

योग्यता के लिए आपको किसी भी विषय में masters degree होनी चाहिए और फिर उसी विषय में एंट्रेंस एग्जाम और इंटरव्यू को Clear करना होता है।

प्रश्न 3. पीएचडी का कोर्स कितने साल का होता है?

पीएचडी का कोर्स आम तौर पर 3 साल का होता है, लेकिन इसे 6 साल तक बढ़ाया जा सकता है।

प्रश्न 4. क्या मुझे PhD करनी चाहिए?

यह आपके उपर निर्भर करता है कि आपको अपने विषय में कितनी गहराई से जानना और शोध करना है।

PhD करने के लिए आपको बहुत मेहनत, समय, और पैसा लगाना होगा, लेकिन इसके बदले में आपको अपने विषय में विशेषज्ञता, सम्मान, और अच्छे Career के अवसर मिलेंगे।

प्रश्न 5. पीएचडी में कितने विषय में  होते हैं?

पीएचडी में केवल 1 ही विषय होता है, जो आपके Post ग्रेजुएशन Subject के अनुरूप होता है। आपको उस विषय में गहन Research करनी होती है, और एक थीसिस या डिसर्टेशन लिखनी होती है।

पीएचडी में विभिन्न क्षेत्रों के विषय उपलब्ध होते हैं, जैसे कि –
विज्ञान, सामाजिक विज्ञान, अर्थशास्त्र, शिक्षा, भूगोल, इतिहास, व्यवसाय, संगीत, आदि। आप अपने रुचि और योग्यता के अनुसार किसी भी 1 Subject का चयन कर सकते हैं।

1 thought on “PHD Full Form in Hindi – पीएचडी कैसे करें ?”

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