Deled full form in hindi : डीएलएड करने के बाद टीचर कैसे बने?

आज भारत में शिक्षा की नीव जो तैयार करता है वह प्राथमिक शिक्षक होता है यंही से बढकर हर कोई आगे बढकर किसी न किसी Field में अपना career स्थापित करता है । तो आज इस पोस्ट में आपको जानकारी देंगे

deled full form क्या होता है , कैसे करें ? योग्यता क्या होती है इसके बारे में सम्पूर्ण जानकारी मिलेगी पूरी जानकारी के लिए आप अंत तक जरुर बनें रहे ।

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Deled full form in hindi

D.El.Ed. का फुल फॉर्म “Diploma in Elementary Education” होता है। यह एक 2-वर्षीय डिप्लोमा कोर्स है जो प्राथमिक शिक्षकों के Training पर केंद्रित है। D.El.Ed. कोर्स में शिक्षा की मौजूदा आवश्यकताओं और बाल मनोविज्ञान के साथ-साथ सीखने, पढ़ने और लिखने की प्रक्रिया पर ध्यान दिया जाता है।

Diploma in Elementary Education क्या होता है ?

Diploma in Elementary Education, यानी D.El.Ed., एक शिक्षक Training कोर्स है जो उन लोगों के लिए है जो Primary Schools में पढ़ाना चाहते हैं। इस कोर्स में, शिक्षा के Basic Principles, बच्चों के सीखने के तरीकों, और पढ़ाने की विधियों के बारे में सिखाया जाता है।

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कोर्स का पूरा नाम प्रारंभिक शिक्षा में डिप्लोमा
कोर्स का लेवल Diploma Course
कोर्स का फील्ड Teaching
कोर्स का प्रकार Diploma प्रोग्राम
कोर्स की अवधि 2 Year
एडमिशन के लिए न्यूनतम अंक 50% न्यूनतम
Qualification 12th Pass
कोर्स फीस 12,000 से 40,000
कोर्स पूरा करने के बाद वेतन 2,50,000 से 3,50,000 प्रति वर्ष
Admission ProcessMerit List
कोर्स के बाद जॉब प्राथमिक शिक्षक,शिक्षा सलाहकार, शिक्षा समन्वयक

D.El.Ed कोर्स के लिए योग्यता क्या होती है ?

D.El.Ed कोर्स के लिए योग्यता निम्नलिखित है:

  • शैक्षिक योग्यता – उम्मीदवारों को 10+2 या समकक्ष परीक्षा में कम से कम 50% अंकों के साथ पास होना चाहिए।
  • आयु सीमा– आवेदन के समय उम्मीदवार की उम्र 35 वर्ष से कम होनी चाहिए। SC/ST/PH उम्मीदवारों के लिए 5 वर्ष की छूट दी जाती है।
  • आरक्षण– आरक्षित श्रेणी और शारीरिक रूप से विकलांग उम्मीदवारों को 5% की छूट दी जाती है।
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ये योग्यता मानदंड विभिन्न States and institutions के आधार पर अलग -अलग हो सकते हैं।

D.El.Ed.में कौन-कौन से विषय होते हैं?

D.El.Ed. कोर्स में विभिन्न प्रकार के विषय शामिल होते हैं जो शिक्षकों को प्राथमिक स्तर पर पढ़ाने के लिए आवश्यक ज्ञान और Skill प्रदान करते हैं।

मुख्य विषय

  • बाल विकास
  • शिक्षा और समाज
  • आधुनिक भारतीय समाज में शिक्षा
  • शैक्षिक प्रौद्योगिकी
  • अंग्रेजी
  • क्षेत्रीय भाषा
  • पर्यावरण विज्ञान
  • भाषा के उपयोग में विकास और संभावनाओं का शिक्षाशास्त्र
  • समाज-दार्शनिक शिक्षा के परिप्रेक्ष्य
  • कंप्यूटर अनुप्रयोग शिक्षा में
  • मनोवैज्ञानिक शिक्षा के परिप्रेक्ष्य
  • समकालीन अध्ययन
  • स्कूल संगठन और प्रबंधन

वैकल्पिक विषय

  • सामाजिक विज्ञान शिक्षा
  • भाषा शिक्षा

इसके अलावा, व्यावहारिक विषय भी होते हैं जैसे कि स्वास्थ्य और शारीरिक शिक्षा, कला शिक्षा, और स्कूल अनुभव कार्यक्रम (SEP) ये विषय शिक्षकों को विद्यार्थियों के साथ प्रभावी ढंग से काम करने और उनकी शिक्षा को समृद्ध करने के लिए तैयार करते हैं।

डी एल एड के लिए उम्र सीमा क्या है?

D.El.Ed. कोर्स के लिए Age Limit आमतौर पर 18 से 35 वर्ष के बीच होती है1। विभिन्न राज्यों और Institutions में यह उम्र सीमा भिन्न हो सकती है, और SC/ST/OBC और शारीरिक रूप से विकलांग उम्मीदवारों के लिए उम्र सीमा में छूट भी प्रदान की जाती है।

इसलिए, आपको संबंधित संस्थानों की वेबसाइट पर जाकर या उनसे सीधे Contact करके अधिक accurate information प्राप्त करनी चाहिए।

बीएड और डीएलएड में क्या अंतर है?

बी.एड (B.Ed) और डी.एल.एड (D.El.Ed) दोनों ही शिक्षक प्रशिक्षण के कोर्स हैं, लेकिन इनमें कुछ मुख्य अंतर हैं:

बी.एड (B.Ed) – Bachelor of Education

  • यह एक Bachelor’s Degree कोर्स है।
  • इसे करने के लिए Graduation पूरा होना आवश्यक है।
  • बी.एड कोर्स की अवधि भी 2 वर्ष की होती है।
  • यह कोर्स उन लोगों के लिए है जो उच्च प्राथमिक, माध्यमिक या उच्चतर माध्यमिक स्कूलों में शिक्षक बनना चाहते हैं।

डी.एल.एड (D.El.Ed) – Diploma in Elementary Education:

  • यह एक डिप्लोमा कोर्स है।
  • इसे 12 वीं पास करने के बाद किया जा सकता है।
  • डी.एल.एड की अवधि 2 वर्ष की होती है।
  • यह कोर्स उन लोगों के लिए है जो प्राथमिक स्कूलों (1 से 5वीं कक्षा तक) में शिक्षक बनना चाहते हैं।

बी.एड एक उच्च स्तरीय शिक्षा कोर्स है जो Graduation के बाद किया जाता है और यह उच्चतर स्कूलों के लिए शिक्षक बनने की योग्यता प्रदान करता है,

जबकि डी.एल.एड एक प्रारंभिक स्तर का कोर्स है जो 12 वीं के बाद किया जा सकता है और यह प्राथमिक स्कूलों के लिए शिक्षक बनने की योग्यता प्रदान करता है।

डीएलएड का सैलरी कितना है?

D.El.Ed. कोर्स पूरा करने के बाद, एक Fresher की सैलरी भारत में औसतन ₹2,50,000 से ₹3,50,000 प्रति वर्ष के बीच होती है। सरकारी स्कूलों में प्रारंभिक स्तर के शिक्षकों की औसत सैलरी ₹2,41,000 प्रति वर्ष होती है। अनुभव और अतिरिक्त योग्यताओं के साथ, D.El.Ed. की सैलरी बढ़ सकती है।

महीने के हिसाब से देखें तो, प्रवेश स्तर के D.El.Ed. शिक्षकों को सरकारी स्कूलों में ₹20,000 से ₹30,000 प्रति माह के बीच की सैलरी मिल सकती है, जबकि निजी स्कूलों में वेतन थोड़ा कम हो सकता है।

2024 डी एल एड की फीस क्या है?

2024 में D.El.Ed. कोर्स की फीस भारत में विभिन्न Institutions के आधार पर अलग-अलग होती है। औसतन, इस कोर्स की फीस ₹10,000 से ₹50,000 के बीच होती है। यह फीस पूरे कोर्स की अवधि के लिए होती है।

निजी कॉलेजों में D.El.Ed. की फीस ₹35,000 से ₹60,000 तक हो सकती है, जबकि सरकारी कॉलेजों में यह ₹5,700 से ₹25,000 के बीच हो सकती है। दूरस्थ शिक्षा कॉलेजों में फीस ₹12,000 से ₹14,600 के बीच हो सकती है।

यह ध्यान रखना महत्वपूर्ण है कि फीस Institutions की स्थिति, Features, and reputation के आधार पर भिन्न हो सकती है।

डीएलएड करने के बाद टीचर कैसे बने?

D.El.Ed. कोर्स पूरा करने के बाद टीचर बनने के लिए आपको निम्नलिखित चरणों का पालन करना होगा:

शिक्षक पात्रता परीक्षा (TET) या केंद्रीय शिक्षक पात्रता परीक्षा (CTET)

D.El.Ed. कोर्स पूरा करने के बाद आपको TET या CTET परीक्षा पास करनी होगी। यह परीक्षा आपको प्राथमिक स्तर (कक्षा 1 से 5) के लिए Teacher बनने की योग्यता provide करती है।

शिक्षक भर्ती परीक्षा

कई राज्य सरकारें अपनी शिक्षक भर्ती परीक्षा आयोजित करती हैं। इन परीक्षाओं के माध्यम से आप Government Schools में शिक्षक के पद के लिए आवेदन कर सकते हैं।

निजी स्कूलों में आवेदन

आप Private Schools में भी शिक्षक के पद के लिए आवेदन कर सकते हैं। निजी स्कूल अक्सर अपने शिक्षकों के लिए TET या CTET पास होने की आवश्यकता रखते हैं।

शिक्षा विभाग में रजिस्ट्रेशन

अपने राज्य के शिक्षा विभाग में रजिस्ट्रेशन करें ताकि आपको शिक्षक भर्ती से संबंधित सूचनाएं मिल सकें। इन चरणों को पूरा करने के बाद, आप शिक्षक के रूप में अपने career की शुरुआत कर सकते हैं।

D.El.Ed.  के लिए मान्यता प्राप्त संसथान कौन से है ?

D.El.Ed. कोर्स के लिए मान्यता प्राप्त Institutions में आमतौर पर वे Institute शामिल होते हैं जिन्हें National Council for Teacher Education (NCTE) द्वारा मान्यता प्राप्त है1। NCTE भारत सरकार का एक Statutory bodies है जो शिक्षक शिक्षा के Standards और Procedures की देखरेख करता है।

भारत में कुछ मान्यता प्राप्त संस्थानों के नाम निम्नलिखित हैं

  • Jamia Millia Islamia University (JMI)नई दिल्ली
  • Lady Irwin College नई दिल्ली
  • Delhi University नई दिल्ली
  • St. Xavier’s College कोलकाता
  • Loreto College कोलकाता
  • Bangalore University बैंगलोर
  • Maulana Azad National Urdu University विभिन्न स्थानों पर
  • Madhya Pradesh Bhoj Open University, मध्य प्रदेश
  • IGNOU, दिल्ली

इन संस्थानों के अलावा, अन्य कई संस्थान भी हैं जिन्हें NCTE द्वारा मान्यता प्राप्त है। आप NCTE की वेबसाइट पर जाकर अपने क्षेत्र में मान्यता प्राप्त संस्थानों की सूची देख सकते हैं। यह सुनिश्चित करने के लिए कि संस्थान NCTE द्वारा मान्यता प्राप्त है।

D.El.Ed कोर्स जॉब प्रोफाइल

D.El.Ed. कोर्स पूरा करने के बाद, आपके पास शिक्षा क्षेत्र में विभिन्न तरह के Job Profile उपलब्ध होते हैं। यहाँ कुछ प्रमुख Job Profile दिए गए हैं –

  • प्राथमिक शिक्षक (Primary Teacher) -प्राथमिक स्कूलों में कक्षा 1 से 5 तक के बच्चों को पढ़ाना।
  • सहायक शिक्षक (Assistant Teacher)- वरिष्ठ शिक्षकों की सहायता करना और शिक्षण सामग्री तैयार करना।
  • शिक्षा समन्वयक (Educational Coordinator)- शैक्षिक कार्यक्रमों की योजना बनाना और उन्हें लागू करना।
  • पाठ्यक्रम विकासक (Curriculum Developer) -शैक्षिक सामग्री और पाठ्यक्रम का विकास करना।
  • शिक्षा प्रशिक्षक (Teacher Trainer)- नए शिक्षकों को प्रशिक्षण देना
  • शिक्षा सलाहकार (Education Consultant)- शिक्षा संबंधी सलाह और मार्गदर्शन प्रदान करना।
  • शिक्षा सामग्री लेखक (Content Writer)- शैक्षिक सामग्री और पाठ्यपुस्तकों के लिए सामग्री लिखना।
  • ऑनलाइन शिक्षक (Online Educator)- इंटरनेट के माध्यम से शिक्षा प्रदान करना।
  • डे केयर सेंटर्स (Day Care Centres)- बच्चों की देखभाल और शैक्षिक गतिविधियों का संचालन करना।
  • निजी ट्यूशन क्लासेस (Private Tuition Classes)- व्यक्तिगत या समूह में ट्यूशन प्रदान करना।

इन जॉब प्रोफाइल्स के अलावा, D.El.Ed. धारक विभिन्न प्रकार के शिक्षा संबंधी उद्यमों में भी काम कर सकते हैं, जैसे कि Educational publishing, education technology companies, और शिक्षा से संबंधित एनजीओ।

इसके अलावा, राज्य सरकारें विभिन्न Entrance Examinations के माध्यम से Government Schools में शिक्षकों की भर्ती करती हैं

क्या D.El.Ed. कोर्स बंद होने वाला है ?

हाल की खबरों के अनुसार, हरियाणा सरकार ने D.El.Ed. कोर्स को बंद करने के फैसले पर आगे बढ़ने से पहले National Council for Teacher Education (NCTE) के निर्णय का इंतजार करने का निर्णय लिया है।

NCTE ने पहले ही राज्य के सभी 395 सरकारी और Self-financing private colleges को show-cause नोटिस जारी किया है, जिसमें पूछा गया है कि क्यों उनके खिलाफ कार्रवाई नहीं की जानी चाहिए, जिसमें कोर्स को बंद करने के राज्य सरकार के नीतिगत निर्णय के बारे में उनकी टिप्पणी शामिल है।

इसके अलावा, मध्य प्रदेश में D.El.Ed. प्रवेश प्रक्रिया जारी है और इसके लिए Counselling चल रही है। इससे यह संकेत मिलता है कि D.El.Ed. कोर्स अभी भी चालू है और इसे बंद करने का कोई राष्ट्रीय निर्णय नहीं हुआ है।

इसलिए, यह कहना सही होगा कि D.El.Ed. कोर्स अभी बंद नहीं हो रहा है, लेकिन कुछ राज्यों में इसके भविष्य को लेकर चर्चा जारी है। अधिक accurate information के लिए आपको NCTE या संबंधित शिक्षा विभाग से संपर्क करना चाहिए।

D.EL.ED कोर्स के लिए स्कॉलर शिप

D.El.Ed. कोर्स के लिए स्कॉलरशिप की जानकारी निम्नलिखित है:

National Scholarship Portal

भारत सरकार का National Scholarship Portal विभिन्न प्रकार की Scholarship प्रदान करता है, जिसमें शिक्षक प्रशिक्षण कोर्स के लिए भी Scholarship शामिल हो सकती है।

State-level scholarships

कई राज्य सरकारें अपने शिक्षा विभाग के माध्यम से शिक्षक प्रशिक्षण कोर्स के लिए Scholarship प्रदान करती हैं। इसके लिए आपको अपने राज्य के शिक्षा विभाग की website पर जानकारी देखनी होगी।

Institution-based scholarships

कुछ शिक्षण Institutes and colleges अपने छात्रों के लिए Scholarship या वित्तीय सहायता प्रदान करते हैं। इसके लिए आपको उस Institute से संपर्क करना होगा जहाँ आप D.El.Ed. कोर्स करना चाहते हैं।

Special Category Scholarship

SC/ST/OBC और अल्पसंख्यक श्रेणी के छात्रों के लिए विशेष Scholarship भी उपलब्ध होती हैं।

FAQ Of D.EL.ED कोर्स

प्रश्न 1. डी एल एड में कितने सेमेस्टर होते हैं?

D.El.Ed. कोर्स में आमतौर पर 4 सेमेस्टर होते हैं। यह कोर्स 2 वर्षीय होता है, और प्रत्येक वर्ष में 2 सेमेस्टर होते हैं।

प्रत्येक सेमेस्टर में विभिन्न शैक्षिक विषयों और Practical अनुभवों के माध्यम से छात्रों को प्राथमिक स्तर के शिक्षक बनने के लिए तैयार किया जाता है।

प्रश्न 2. D El ED कितने वर्ष की होती है?

D.El.Ed. कोर्स 2 वर्ष की अवधि का होता है। यह कोर्स आमतौर पर चार सेमेस्टर में विभाजित होता है ।

प्रश्न 3. डी एल एड का पूरा नाम क्या है ?

D.El.Ed. का फुल फॉर्म “Diploma in Elementary Education” होता है।

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2 thoughts on “Deled full form in hindi : डीएलएड करने के बाद टीचर कैसे बने?”

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