Apo Full Form In Hindi असिस्टेंट प्रॉसिक्यूशन ऑफिसर कैसे बनें ?

अगर आपका इंटरेस्ट Low फील्ड है और आप Low के फील्ड में अपना Career बनना चाहते है तो आपके लिए Best Option APO का हो सकता है । आज आपको इस पोस्ट में एपीओ का फुल फॉर्म क्या होता है ? एपीओ क्या है ?

इसके बारे में सम्पूर्ण जानकारी मिलेगी कैसे आप असिस्टेंट प्रॉसिक्यूशन ऑफिसर बन सकते है पूरी जानकारी के लिए आप इस पोस्ट में अंत तक जरुर बनें रहे ।

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Apo Full Form in Hindi

APO का फुल फॉर्म हिंदी में है “सहायक अभियोजन अधिकारी” (Assistant Prosecution Officer) एक सहायक अभियोजन अधिकारी का वर्क प्रोफ़ाइल विभिन्न लॉ मामलों में प्रोसेक्यूशन ऑफिसर की सहायता करना होता है।

AAssistant सहायक
PProsecution अभियोजन
O Officerअधिकारी

सहायक अभियोजन अधिकारी क्या होता है  ?

Assistant Prosecution Officer न्यायालय का वह अधिवक्ता होता है जो सरकार की तरफ से उनके मुकदमों की पैरवी करते हैं। भारत में न्याय व्यवस्था पर सबको विश्वास है, और जब कोई व्यक्ति व्यथित होता है, वह न्यायालय की शरण लेता है ताकि उसे उचित न्याय मिले और न्यायालय पक्षपात किए बिना न्याय प्रदान करते हैं।

APO Full Form in Hindi (1)
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इसके लिए उन्हें विभिन्न कामों में सहायता करनी पड़ सकती है, जैसे सबूत इकट्ठा करना और अदालती मामलों से संबंधित अन्य आवश्यक जानकारी। इस पद के लिए उन्हें 7 वर्ष की प्रैक्टिस के बाद उच्च न्यायिक सेवाओं (Higher Judicial Services) परीक्षा के लिए भी आवेदन कर सकते हैं ।

IPS Full Form

APO कोर्स हाईलाइट

पोस्ट का पूरा नाम Assistant Prosecution Officer
पोस्ट का लेवलHigher Judicial Services
पोस्ट का फील्डlaw
पोस्ट की एक्सपीरियंस 7 Year
ग्रेजुएशन LLB स्नातक
Age Limitन्यूनतम 35 वर्ष
सैलरी INR 47,500 से INR 1,51,100 तक
पोस्ट एग्जामUPSC
जॉबअसिस्टेंट प्रॉसिक्यूशन ऑफिसर

सहायक अभियोजन अधिकारी कैसे बने?

सहायक अभियोजन अधिकारी (APO) बनने के लिए आपको निम्नलिखित चरणों का पालन करना होगा:

  1. शैक्षिक योग्यता- आपके पास कानून में स्नातक (LLB) की डिग्री होनी चाहिए
  2. अनुभव- आपको कम से कम 7 साल का वकालत का अनुभव होना चाहिए
  3. आयु सीमा- न्यूनतम उम्र 35 वर्ष होनी चाहिए
  4. परीक्षा- APO बनने के लिए आपको एक परीक्षा देनी होती है जो आमतौर पर राज्य के लोक सेवा आयोग (Public Service Commission) द्वारा आयोजित की जाती है
  5. प्रारंभिक परीक्षा (Preliminary Exam)- यह परीक्षा कुल 150 अंकों की होती है और इसमें जनरल नॉलेज और कानून से संबंधित प्रश्न होते हैं
  6. मुख्य परीक्षा (Mains Exam)- इसके बाद मुख्य परीक्षा होती है
  7. साक्षात्कार (Interview)- अंत में एक साक्षात्कार देना होता है

इन चरणों को सफलतापूर्वक पूरा करने के बाद, आपको APO के रूप में नियुक्ति मिल सकती है। ध्यान दें कि अलग-अलग राज्यों में Selection Process में थोड़े भिन्नता हो सकती है। इसलिए, आपको अपने राज्य के लोक सेवा आयोग की Website पर नवीनतम जानकारी के लिए नियमित रूप से जांच करते रहना चाहिए।

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APO Job profile क्या है ?

सहायक अभियोजन अधिकारी (APO) का जॉब प्रोफाइल निम्नलिखित कार्यों को शामिल करता है:

मामलों की जांच

पुलिस द्वारा उठाए गए मामलों, सीधे Assistant Prosecution Officer के साथ दर्ज की गई शिकायतों या आरोपों, और उन मामलों की जांच करना जिन्हें Assistant Prosecution Officer महसूस करते हैं, और तय करना कि उन्हें अदालत में Prosecution के लिए ले जाया जाए या नहीं ।

दावों की पुष्टि

अदालत में दायर किए गए दावों की पुष्टि करना और न्यायाधीश से उचित नियुक्ति की मांग करना ।

प्रशासनिक कर्तव्यों का निर्वह

सार्वजनिक हित में कानूनी रूप से निर्धारित प्रशासनिक कर्तव्यों का निर्वहन करना ।

APO की सैलरी कितनी है?

इसके अलावा, APO के वेतन और अन्य लाभों की जानकारी भी महत्वपूर्ण है –

  • वेतन स्तर- APO को वेतन स्तर 8 के अनुसार भुगतान किया जाता है ।
  • मासिक वेतन- INR 47,500 से INR 1,51,100 तक ।
  • वार्षिक पैकेज- INR 5,71,200 से INR 18,13,200 प्रति वर्ष ।

इसके अलावा, APO को विभिन्न प्रकार के भत्ते और अतिरिक्त लाभ भी प्रदान किए जाते हैं, जैसे कि House allowance, dearness allowance, medical aid, transportation expenses, सरकारी आवास, यात्रा और छुट्टी रियायत, मुफ्त फोन सेवाएं, अध्ययन अवकाश, घरेलू सहायक और सुरक्षा, बिजली और पानी का बिल इत्यादि ।

APO की नियम और जिम्मेदारियाँ

असिस्टेंट प्रॉसिक्यूशन ऑफिसर (APO) की नियम और जिम्मेदारियाँ निम्नलिखित हैं-

  1. न्यायिक प्रक्रिया में सहायता- APO का मुख्य कार्य सरकार की ओर से न्यायालय में मुकदमों की पैरवी करना होता है ।
  2. कानूनी प्रतिनिधित्व- वे राज्य सरकार के कानूनी प्रतिनिधि के रूप में कार्य करते हैं और अदालत में सरकार के मामलों का बचाव करते हैं ।
  3. मामलों की जांच और समीक्षा- वे मामलों की जांच करते हैं और तय करते हैं कि किस मामले को अदालत में ले जाया जाए ।
  4. साक्ष्य संग्रह और प्रबंधन- वे साक्ष्य इकट्ठा करने और उन्हें प्रबंधित करने का काम करते हैं ।
  5. अदालती कार्यवाही में सहायता- वे अदालती कार्यवाही में सहायता प्रदान करते हैं और न्यायिक निर्णयों के लिए तर्क प्रस्तुत करते हैं ।

इन जिम्मेदारियों के अलावा, APO को न्यायिक प्रक्रिया को सुदृढ़ बनाने के लिए विभिन्न प्रशासनिक और सलाहकारी भूमिकाएँ भी निभानी पड़ती हैं। वे न्यायिक प्रणाली के महत्वपूर्ण अंग होते हैं और उनकी भूमिका न्याय की प्रक्रिया में अत्यंत महत्वपूर्ण होती है।

APO परीक्षा के लिए सबसे अच्छी तैयारी कैसे करें?

APO (सहायक अभियोजन अधिकारी) परीक्षा की तैयारी के लिए निम्नलिखित टिप्स और रणनीतियाँ मददगार हो सकती हैं:

पाठ्यक्रम की जांच करें

  1. परीक्षा के Syllabus की जांच करें और उसके अनुसार तैयारी करें।
  2. प्रमुख विषयों को पढ़ें और important topics को ध्यान में रखें।

टाइम टेबल बनाएं

  1. अपने टाइम को अच्छे से managed करने के लिए टाइम टेबल बनाएं।
  2. टाइम टेबल में दिन के लिए विभिन्न विषयों के लिए Time निकालें।

नोट्स तैयार करें

  • अच्छे नोट्स तैयार करें, जिससे आपको याद रखने में Help मिलेगी।

पिछले साल के प्रश्न पत्रों का अध्ययन करें

  • पिछले साल के प्रश्न पत्रों को हल करने के लिए Practice करें।

मॉक टेस्ट दें

  • मॉक टेस्ट देने से आपको परीक्षा के pattern को समझने में मदद मिलेगी।

ऑनलाइन कोचिंग या क्लासेस ज्वाइन करें

  • आप online coaching या क्लासेस ज्वाइन कर सकते हैं।

स्वास्थ्य का ध्यान रखें

  • अच्छे स्वास्थ्य के लिए खासकर परीक्षा के दिनों में ध्यान दें।

याद रखें कि अच्छी तैयारी और सही रणनीति के साथ आप APO परीक्षा में सफलता प्राप्त कर सकते हैं।

APO के दुसरे फुल फॉर्म

  1. रेलवे- रेलवे में APO का फुल फॉर्म Assistant Personnel Officer होता है ।
  2. SAP- SAP में APO का फुल फॉर्म Advanced Planner and Optimizer होता है।
  3. आर्मी (Army)- आर्मी में APO का फुल फॉर्म Army Post Office होता है।

FAQ of APO

प्रश्न 1. APO का फुल फॉर्म क्या है ?

APO का पूरा नाम “Assistant Prosecution Officer” होता है ।

प्रश्न 2. क्या APO होने के लिए संलग्नति (Affiliation) होनी आवश्यक है?

APO (Assistant Prosecution Officer) बनने के लिए संलग्नता या Affiliation का मतलब है कि उम्मीदवार को किसी मान्यताप्राप्त university से लॉ में स्नातक (प्रोफेशनल) की डिग्री होनी चाहिए और बार council के साथ वकील के रूप में नॉमिनेटेड होना चाहिए ।

प्रश्न 3. सरकारी सेवा में एपीओ क्या है?

सरकारी वकील के रूप में एपीओ का काम न्यायालय में मुकदमों की पैरवी करना होता है। उनकी जिम्मेदारियों में न्यायिक प्रक्रिया में सहायता, कानूनी प्रतिनिधित्व, मामलों की जांच और समीक्षा, साक्ष्य संग्रह और प्रबंधन, और अदालती कार्यवाही में सहायता शामिल होती है।

Refrence

https://www.lloydlawcollege.edu.in/blog/assistant-prosecution-officer.html

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