IVF Full Form in Hindi : इन विट्रो फर्टिलाइजेशन क्या है ?

इन विट्रो फर्टिलाइजेशन इसमें उत्तेजित शुक्राणुओं को महिला के गर्भाशय के बाहर अधिकांशतः उपलब्ध अंडों के साथ मिलाया जाता है। इसके बाद, अंडे जोड़कर एक बच्चा बनाने के लिए विशेष techniques का उपयोग करके invented किए जाते हैं।

आज इस Artical में आपको IVF technology के बारे में पूरी जानकारी मिलेगी ऐसे आईवीएफ का पूरा नाम क्या है आईवीएफ क्या होता है कैसे करें ? और भी अनेक प्रकार की जानकारी के लिए इस पोस्ट में अंत तक जरुर बने रहे ।

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IVF Full Form in Hindi

IVF का पूरा नाम “In Vitro Fertilization” होता है। हिंदी में “टेस्ट ट्यूब के अंदर गर्भाधान ” कहते है ।

इन विट्रो फर्टिलाइजेशन क्या है ?

in vitro fertilization (आई.वी.एफ.) एक प्रकार की सहायक reproductive technology है जो गर्भधारण में बांझपन से जूझ रहे couples की help करती है। इसमें महिला के अंडों को पुरुष के शुक्राणु के साथ मिलाकर lab (प्रयोगशाला) में एक भ्रूण बनाया जाता है, जिसे बाद में महिला के गर्भाशय में transferred कर दिया जाता है ।

IVF Full Form In Hindi
IVF Full Form In Hindi

IVF का इतिहास क्या है  ?

आईवीएफ (IVF) का इतिहास बीसवीं सदी के मध्य में शुरू हुआ था। ब्रिटिश वैज्ञानिक robert edwards और patrick steptoe ने दुनिया के पहले “test tube baby” लुईज़ ब्राउन के जन्म के साथ एक अद्भुत मील का पत्थर स्थापित किया ।

इस उपलब्धि ने IVF के उद्भव को चिह्नित किया आज भी IVF उपचार बांझपन से पीड़ित जोड़ों के लिए एक अद्भुत Option है। 

भारत में IVF की शुरुआत कब हुई

भारत में IVF (in vitro fertilization) की शुरुआत 6 अगस्त 1986 को हुई थी। उस समय, भारत में बांझपन एक बड़ी समस्या थी, और IVF Technique ने बहुत से लोगों को उनकी खुशियां वापस दिलाई।

IVF कैसे होता है ?

आईवीएफ (IVF) प्रक्रिया कई चरणों में बाँटी जाती है:

Ovulation stimulation

महिला को shots या दवाओं के माध्यम से ovulation (अंडानुराग) को बढ़ाने के लिए उत्तेजित किया जाता है। इससे एक समय में एक से अधिक अंडे Mature होते हैं ।

Egg storage

Mature अंडे एक छोटे कारगर प्रकार के surgical procedure के माध्यम से निकाले जाते हैं ।

sperm storage

पुरुष से sperm को store कर उपयोग किया जाता है या यदि उनकी शुक्राणुओं (sperms) में समस्या है तो उनके संग्रहण के लिए उपकरण का उपयोग किया जाता है ।

Egg and Sperm का परिवार में जोड़ना

इस चरण में, Lab में अंडे और स्पर्म को मिलाया जाता है ताकि गर्भाधान हो सके इस प्रक्रिया को Petri dish में किया जाता है।

गर्भाधान की प्रक्रिया

जब अंडा और स्पर्म मिल जाते हैं, तो Doctor या चिकित्सक उन्हें महिला के गर्भ में स्थापित करते हैं ।

IVF full form
IVF full form

परिवार में बच्चे की सफलता

अगर गर्भाधान सफल हो जाती है, तो Doctor या चिकित्सक महिला का pregnancy का test करते हैं. यदि test Positive होता है, तो वह महिला गर्भधारण के लिए तैयार होती हैं ।

IVF का खर्च क्या है?  

भारत में आईवीएफ (IVF) उपचार का खर्च आमतौर पर ₹1,00,000 से ₹3,50,000 के बीच होता है, जिसमें IVF ट्रीटमेंट्स की संख्या, additional procedures , स्थान और clinic की status जैसे कारक शामिल होते हैं।

स्वास्थ्य बीमा आमतौर पर आईवीएफ उपचार का खर्च नहीं Cover करता है, लेकिन कुछ clinics financial Problems को कम करने के लिए शून्य लाभ EMI विकल्प प्रदान कर सकती हैं।

आईवीएफ की सफलता दर कितनी है?

आईवीएफ की सफलता दर कई factors के आधार पर भिन्न हो सकती है। युवा महिलाओं में आमतौर पर सफलता दर अधिक होती है, क्योंकि वे स्वस्थ अंडे का उत्पादन करती हैं। 35 वर्ष से कम उम्र की महिलाओं के लिए प्रति ivf cycle में जीवित जन्म की सफलता दर लगभग 30% है।

IVF ka full form
IVF ka full form

हालांकि, बढ़ती उम्र के साथ यह सफलता दर धीरे-धीरे कम हो जाती है। 35-37 वर्ष की आयु की महिलाओं के लिए, सफलता दर लगभग 22% है, और 38-40 वर्ष की आयु वालों के लिए, यह लगभग 13% तक गिर जाती है। 40 वर्ष से अधिक उम्र की महिलाओं की सफलता दर 5-6% तक कम हो सकती है।

IVF में अधिक सफलता पाने के लिए क्या सुनिश्चित करें ?

आईवीएफ (IVF) की सफलता को प्रभावित करने वाले कुछ महत्वपूर्ण Factor हैं –

  1. Age of woman – युवा महिलाओं में आमतौर पर सफलता दर अधिक होती है, क्योंकि वे स्वस्थ अंडे का उत्पादन करती हैं.
  2. Ovarian Reserve – अच्छी ovarian reserve अक्सर बेहतर आईवीएफ results की ओर ले जाता है
  3. sperm quality – पुरुष साथी के sperm की गुणवत्ता महत्वपूर्ण है
  4. Acupuncture therapy- इसका उपयोग आईवीएफ से गुजर रहे महिलाओं के लिए फायदेमंद हो सकता है
  5. Good Fats- monounsaturated वसा से समृद्ध खाद्य पदार्थ खाने से आईवीएफ से गर्भवती होने की कोशिश करें।
  6. अपनी डायट में गुड फैट को करें शामिल– ऐसे खाद्य पदार्थ भ्रूण के विकास के लिए भी बहुत जरूरी है।
  7. मेडिटेशन करें, स्ट्रेस से दूर रहें- stress को कम करने के लिए Meditation करें।
  8. Procedure के बाद करें सेक्स -डॉक्टर की सलाह के अनुसार procedure के बाद सेक्स करें। याद रखें कि प्रजनन clinics के बीच सफलता दर भिन्न हो सकती है, और व्यक्तिगत रोगी विशेषताएं महत्वपूर्ण भूमिका निभाती हैं।

आईवीएफ के बाद गर्भधारण की सुरक्षा और सावधानियां

आईवीएफ (IVF) के बाद गर्भधारण की सुरक्षा और सावधानियां निम्नलिखित हैं:

  1. बैलेंस डाइट लें– आईवीएफ treatment के बाद आपको अपनी डाइट में Iron, Calcium, Protein, Vitamin B, और minerals को शामिल करना चाहिए।
  2. फोलिक एसिड का सप्लीमेंट लें– folic acid supplement का सेवन करना भी फायदेमंद होता है।
  3. शारीरिक संबंध न बनाएं– आईवीएफ के बाद शारीरिक संबंध बनाने से बचें।
  4. हैवी एक्सरसाइज करने से बचें: आईवीएफ treatment के बाद heavy exercise या कोई अन्य गतिविधि करने से बचें।
  5. धूम्रपान और एल्कोहल लेने से बचें– इन चीजों से बचें ताकि आईवीएफ की सफलता पर कोई असर न हो।
  6. तनाव में रहने से बचें– तनाव को कम करने के लिए योग और Meditation का सहायक उपयोग करें।

एक महिला कितनी बार आईवीएफ करवा सकती है?

आईवीएफ (IVF) की Cycle व्यक्तिगत हालातों पर निर्भर करती है। आमतौर पर 3-4 बार आईवीएफ की कोशिश से कोई भी महिला कर सकती है। बार-बार असफल हो जाने पर अंडे या Donor बदलने की सलाह दी जाती है ।

भारत के टॉप १० IVF सेण्टर कौन से है ?

भारत में कुछ अच्छे आईवीएफ (IVF) सेंटर हैं जो fertility treatment के लिए प्रसिद्ध हैं। यहाँ कुछ टॉप IVF सेंटरों के नाम हैं –

  1. Apollo Hospital बैंगलोर – यह अस्पताल आईवीएफ उपचार के लिए प्रसिद्ध है।
  2. Amri Hospital, Salt Lake – कोलकाता
  3. Apollo Gleneagles Hospital – कडापारा, कोलकाता
  4. CK Birla Hospital – अलीपुर, कोलकाता
  5. Fortis Hospital – आनंदपुर, कोलकाता
  6. Narayana Superspeciality Hospital – हावड़ा, कोलकाता
  7. Medanta The Medicity – गुरुग्राम
  8. Care Institute of Medical Sciences – सोला, अहमदाबाद
  9. BLK Super Specialty Hospital – राजिंदर नगर, दिल्ली
  10. Max Super Specialty Hospital – साकेत, दिल्ली

यदि आप इनमें से किसी Hospital में इलाज करवाना चाहते हैं, तो आप डॉक्टर से online consult कर सकते हैं ।

आईवीएफ के दुष्प्रभाव क्या हैं?

आईवीएफ (IVF) उपचार के द्वारा cupples का अपना जैविक बच्चा होता है। इसमें महिला के अंडे और पुरुष के sperm का उपयोग करके Lab में नियंत्रित ovarian stimulation शामिल है। इसके दुष्प्रभावों में निम्न प्रकार के है जैसे की –

  1. सूजन
  2. ऐंठन
  3. स्तन softness
  4. सिर दर्द
  5. शॉट्स से चोट लगना
  6. दवाओं से Allergies
  7. संक्रमण शामिल हो सकते हैं।

आईवीएफ पहली बार फेल क्यों होता है?

आईवीएफ (IVF) treatment के फेल होने के कुछ सामान्य कारण हो सकते हैं जो निम्न प्रकार है –

  1. अंडे या शुक्राणु की Quality कम होना- अच्छी गुणवत्ता वाले अंडे और Sperm की आवश्यक होती है ।
  2. गर्भाशय की हालत – गर्भाशय की अच्छी हालत भी महत्वपूर्ण है।
  3. hormone imbalance – यदि महिला के शरीर में hormone imbalance हो, तो इसका प्रभाव implantation procedure पर पड़ सकता है ।

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FAQ of IVF (अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न)

प्रश्न 1. अभी तक भारत में कितने बच्चों का जन्म IVF से हुआ है  ?

भारत में IVF उपचार के द्वारा प्रतिवर्ष 5 लाख बच्चों का जन्म हो रहा है यह तकनीक बांझपन से पीड़ित cupples के लिए एक अद्भुत Option है।

प्रश्न २. IVF का पूरा नाम क्या है ?

IVF का पूरा नाम “In Vitro Fertilization” हिंदी में “टेस्ट ट्यूब के अंदर गर्भाधान कहते है ।

प्रश्न ३. आईवीएफ में स्पर्म किसका होता है?

आईवीएफ (IVF) प्रक्रिया में fertilization, यानि शुक्राणु और Egg का मेल, फीमेल के अंदर होता है। जिसके बाद pregnancy रहती है और 9 महीने बाद बच्चा होता है।

यदि, Sperm, Uterus, Fallopian Tube, या एग्ज़, में कोई भी प्रॉब्लम आती है जिसकी वजह से natural pregnancy नहीं रह पाती, तब IVF तकनीक का इस्तेमाल किया जाता है।

प्रश्न ४. क्या आईवीएफ से लड़का पैदा हो सकता है?

आईवीएफ (IVF) प्रक्रिया में लड़का पैदा होने की संभावना होती है। वैज्ञानिक तौर पर, जब embryo तैयार होता है, तो उस समय उसके gender का पता किया जा सकता है।

यह संभव है कि ivf process से लड़का पैदा हो।

प्रश्न ५. IVF प्रेगनेंसी के लक्षण कितने दिन में दीखते है?

आमतौर पर,Egg Fertilize होने के 5 से 6 दिन के बाद ही pregnancy के लक्षण दिख सकते हैं यह लक्षण व्यक्ति के शारीरिक और hormonal changes के आधार पर हो सकते हैं ।

प्रश्न 6. IVF में परमाणु-पंजीकरण (PGD)  कहाँ प्रयोग होता है?

nuclear registration (PGD) आईवीएफ (IVF) प्रक्रिया के दौरान होता है। इसमें जन्म लेने वाले बच्चों केgenetic structure की जांच की जाती है ताकि उनमें कोई गलती न हो। यह test genetic विकारों की जांच के लिए किया जाता है।

प्रश्न 7. क्या आईवीएफ दर्दनाक होता है?

आईवीएफ (IVF) एक दर्द रहित प्रक्रिया है जिसके माध्यम से महिला मां बनने के सपने को साकार कर सकती हैं। यह वैज्ञानिक पद्धति है और असहनीय दर्द नहीं होता।

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