Full Form Of HDD : HDD का फुल फॉर्म क्या है ?

आज का युग Computer का युग है तो फिर आपने HDD के बारे में तो सुना होगा आज इस Post में Full Form Of HDD के बारे में जानकारी मिलेगी जैसे HDD क्या होता है ? इसके प्रकार , HDD का अविष्कार कब हुआ ।

और HDD के क्या फायदे है और क्या नुकसान होते है और इसमें होने वाले नुकसान से हम कैसे Secure रह सकते है अगर आप के मन में भी इसी प्रकार के सवाल है तो आप मेरे साथ इस Post में अंत तक जरुर बने रहे ।

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Full Form Of HDD

Full Form Of HDD “Hard Disk Drive” है। HDD एक ऐसा डिवाइस है जो कंप्यूटर में डाटा को स्टोर करने के लिए उपयोग किया जाता है।

HDD में एक या अधिक Metallic डिस्क होते हैं जो मैग्नेटिकली Coded होते हैं और एक स्पिनिंग मोटर से घूमते हैं। HDD में एक read-write हेड होता है जो डाटा को पढ़ने और लिखने के लिए डिस्क पर मूव करता है।

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HDD क्या है

HDD एक इलेक्ट्रो-मैकेनिकल Data Storage Device है जो कंप्यूटर में डाटा को Store करने के लिए उपयोग किया जाता है। HDD में एक या अधिक मेटलिक डिस्क होते हैं जो मैग्नेटिकली Coded होते हैं ।

HDD Full form in hindi
HDD Full form in hindi

और एक स्पिनिंग मोटर से घूमते हैं। HDD में एक read-write हेड होता है जो डाटा को पढ़ने और लिखने के लिए डिस्क पर मूव करता है। HDD का पूरा नाम Hard Disk Drive है।

HDD का अविष्कार  

HDD का अविष्कार IBM कंपनी ने 1956 में किया था। उन्होंने पहला HDD RAMAC 305 नाम से बनाया था। यह HDD 50 डिस्कों का सेट था, जिसमें 5 MB की storage capacity थी। इस HDD का weight 250 kg था।

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HDD के प्रकार

HDD के प्रकार निम्नलिखित हैं:

PATA

PATA का फुल फॉर्म “Parallel Advanced Technology Attachment” यह सबसे पुराना प्रकार का HDD है जो 1986 में आया था। इसमें एक लंबी और चौड़ी केबल का उपयोग करके Computer से जुड़ता है। इसकी डेटा ट्रांसफर स्पीड 133 MB/s तक होती है।

SATA

SATA का फुल फॉर्म “Serial Advanced Technology Attachment” यह आधुनिक प्रकार का HDD है जो 2003 में आया था। इसमें एक पतली और लचीली केबल का उपयोग करके Computer से जुड़ता है। इसकी डेटा ट्रांसफर स्पीड 150 MB/s से 600 MB/s तक होती है।

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SCSI

SCSI का फुल फॉर्म “Small Computer System Interface” यह एक high-performance प्रकार का HDD है जो 1986 में आया था। इसमें SCSI interface का उपयोग करके कंप्यूटर से जुड़ता है। इसकी डेटा ट्रांसफर स्पीड 640 MB/s तक होती है।

SSD

SSD का फुल फॉर्म “Solid State Drive ” यह HDD से अलग प्रकार का storage device है, क्योंकि इसमें कोई मूविंग पार्ट्स (disk, spindle, head)नहीं होते हैं।

SSD में flash memory chips का उपयोग करके data store किया जाता है। SSD में SATA, SCSI, PCI Express interface का use किया जाता है. SSD की data transfer speed HDD से कहीं fast होती है।

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HDD में data कैसे store होता है

HDD में data magnetic तरीके से store होता है। HDD में एक या अधिक circular disk होती हैं, जिन्हें platters कहते हैं। ये platters एक spindle पर लगे होते हैं।

जो high speed से rotate करता है। HDD में एक read/write head होता है, जो platters के upper और lower surface पर move करता है।

जब data HDD में write किया जाता है, तो read/write head के magnetic field से platters पर tiny bits को north या south polarity में align किया जाता है।

ये bits binary code (0 और 1) को represent करते हैं। जब data HDD से read किया जाता है, तो read/write head platters पर से magnetic field को detect करता है और bits को binary code में convert करता है।

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HDD में डाटा करप्शन क्यो होता है ?

HDD में data corruption कई कारणों से हो सकता है। जो निम्नलिखित हैं:

  • HDD में बिजली की अवरोध (power surge) या बिजली का चलना-बंद होना (power outage)।
  • HDD में वायरस, मैलवेयर या अन्य खराब सॉफ्टवेयर का प्रभाव।
  • HDD में शारीरिक क्षति, जैसे कि गिरना, टकराना, गर्मी, पानी आदि।
  • HDD में गलत प्रोग्रामिंग, बग, या सिस्टम की संघर्ष (conflict)।
  • HDD में data को write, read, transfer, format या delete करते समय हुई कोई गलती।

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HDD में data corruption होने पर data को access, read, write, copy या delete करने में समस्या हो सकती है। Data corruption के प्रभाव data के प्रकार, corruption की मात्रा, corruption के स्थान पर निर्भर करते हैं।

Data corruption से बचने के लिए HDD को सुरक्षित रखना, HDD को regular scan करना, HDD को backup करना, HDD को proper shutdown करना, HDD को clean power supply देना।

HDD में करप्शन Data को Recover कैसे करें ?

HDD में data corruption हुआ हो तो data recover करने के लिए आपको कुछ तरीकों का प्रयोग करना पड़ सकता है। कुछ आम तरीके निम्नलिखित हैं:

  • HDD को दूसरे computer से connect करके data access करने की कोशिश करें।
  • HDD को disk management utility से scan, format या repair करें।
  • HDD को system restore point से restore करें।
  • HDD को data recovery software से scan और recover करें।

इन तरीकों में से पहले दो तरीके HDD में minor corruption होने पर काम कर सकते हैं, लेकिन major corruption होने पर आपको data recovery software का सहारा लेना पड़ सकता है।

Data recovery software HDD में lost, deleted, formatted या corrupted data को scan करके preview और recover करने में मदद करते हैं।

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Data recovery software का उपयोग करने के लिए आपको निम्नलिखित steps follow करने होंगे –

  • HDD को computer से connect करें।
  • Data recovery software download, install और launch करें।
  • HDD को software में select करें और scan option पर click करें।
  • Scan होने के बाद, software में recoverable data files की list show होगी।
  • Data files को preview करें और recover option पर click करके उन्ही फाइल्स को सेलेक्ट करें जो आपको रिकवर करना है
  • Recovered data files को किसी दुसरे लोकेशन पर सेव करके रखे .

HDD में data corruption से बचाव के लिए, HDD का regularly बैकअप करे antivirus software का उपयोग करें , power surge se protect करें और HDD को प्रोपर शॉट डाउन करें

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HDD के advantages

HDD के advantages and disadvantages निम्नलिखित हैं:

  • HDD में डेटा को लंबे समय तक सुरक्षित रखा जा सकता है, क्योंकि इसमें read/write limits नहीं होते।
  • HDD में डेटा की storage capacity ज्यादा होती है, कुछ HDD में 12 TB तक का डेटा store किया जा सकता है।
  • HDD की कीमत SSD से कम होती है, एक ही storage capacity के लिए SSD की कीमत HDD की कीमत से दोगुनी हो सकती है।
  • HDD market में ज्यादा available होते हैं, अलग-अलग manufacturers के HDD आसानी से मिल जाते हैं।

HDD के Disadvantages

HDD के advantages and disadvantages निम्नलिखित हैं

  • HDD में read/write speed SSD से कम होती है, क्योंकि HDD में mechanical parts होते हैं, जो data access को slow down करते हैं।
  • HDD में energy consumption SSD से ज्यादा होती है, क्योंकि HDD में platters और read/write head को rotate करने के लिए power की जरूरत पड़ती है।
  • HDD में mechanical sound produce होती है, जो distracting हो सकती है। SSD में noiseless operation होता है।
  • HDD में form factor SSD से large होता है, क्योंकि HDD में mechanical parts होते हैं, जिन्हें small size में manufacture करना difficult है। SSD में flash memories use होती हैं, जिन्हें compact size में design किया जा सकता है।

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HDD और SSD में क्या अंतर है

HDD और SSD दोनों ही storage devices हैं, जो कंप्यूटर में data को store करते हैं। HDD और SSD में निम्नलिखित अंतर हैं

  • HDD में mechanical parts होते हैं, जैसे कि spinning platters और read/write head, जो data access को slow down करते हैं। SSD में कोई moving parts नहीं होते हैं, बल्कि data को flash memory chips में store किया जाता है, जो electronically read/write करते हैं।
  • SSD में read/write speed HDD से कई गुना ज्यादा होती हैं। HDD में system boot करने या file open करने में minutes लगते हैं, वहीं SSD में seconds में हो जाता है।
  • SSD में storage capacity HDD से कम होती हैं। HDD में 12 TB तक का data store किया जा सकता है, वहीं SSD में 4 TB से ज्यादा storage capacity की devices rare होती हैं।
  • SSD में price HDD से 3-4 गुना ज्यादा होती हैं। HDD में 1 TB storage capacity की device ₹3000-4000 में मिल सकती है, वहीं SSD में 1 TB storage capacity की device ₹8000-10000 में मिल सकती है।
  • SSD में durability HDD से ज्यादा होती हैं, क्योंकि SSD में moving parts नहीं होते, जिससे shock, vibration, heat आदि से damage होने की सम्भावना कम होती हैं। HDD में mechanical failure होने का risk अधिक होता हैं।
  • SSD में power consumption HDD से कम होती हैं, क्योंकि SSD में platters और read/write head को rotate करने के लिए power की जरुरत नहीं पड़ती है। HDD में power consumption 6-7 watts प्रति hour होती है, वहीं SSD में 2-3 watts प्रति hour होती हैं।
  • SSD में noiseless operation होता है, क्योंकि SSD में moving parts नहीं होते, जिससे mechanical sound produce नहीं होती है। HDD में noise produce होती है,

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HDD के कंपोनेंट्स

HDD के कंपोनेंट्स वे parts हैं, जो HDD को बनाते हैं और उसके कार्य को संभव बनाते हैं। HDD के मुख्य कंपोनेंट्स निम्नलिखित हैं:

Platter

Platter एक गोलाकार, मेटलिक डिस्क है, जो HDD के अंदर माउंट होता है। Platter पर data magnetic रूप से store किया जाता है। HDD में कई platters हो सकते हैं, जो storage capacity को बढ़ाते हैं।

Read/Write Heads

Read/Write Heads वे parts हैं, जो platters के ऊपर स्थित होते हैं और data को read/write करते हैं। Read/Write Heads platters के साथ rotate करते हैं और data access करने के लिए magnetic field का उपयोग करते हैं।

The Spindle Motor

The Spindle Motor वह part है, जो platters को rotate करता है। Platters की rotation speed RPM (revolutions per minute) में मापी जाती है। RPM speed data access speed पर प्रभाव डालती है।

Hard Disk Logic Board

Hard Disk Logic Board HDD का electronic circuit board होता है, जो HDD के internal components को control करता है और HDD को computer system से communicate करने में मदद करता है। Hard Disk Logic Board पर connectors, chips, resistors, capacitors आदि components होते हैं।

Drive Bay

Drive Bay HDD का external enclosure होता है।

HDD की capacity कैसे मापी जाती है?

HDD की capacity का मतलब है कि HDD में कितना डाटा स्टोर किया जा सकता है। HDD की capacity को बाइट्स में मापा जाता है। बाइट्स के अलग-अलग गुणक होते हैं, जैसे कि-

1 KB (किलोबाइट) = 1024 बाइट्स

1 MB (मेगाबाइट) = 1024 KB

1 GB (गीगाबाइट) = 1024 MB

1 TB (टेराबाइट) = 1024 GB

1 PB (पेटाबाइट) = 1024 TB

HDD की capacity पर निर्भर करता है कि HDD में कितने प्लैटर्स होते हैं, प्रत्येक प्लैटर पर कितने ट्रैक होते हैं, और प्रत्येक ट्रैक पर कितने सेक्टर होते हैं।

प्लैटर्स वे गोलाकार डिस्क होते हैं, जिन पर मैग्नेटिक मीडिया से डाटा स्टोर किया जाता है। ट्रैक प्लैटर के सेंटर से बाहर की ओर चलते हुए समकक्ष वृत्त होते हैं।

जहाँ पर मैग्नेटिक मीडिया में डाटा स्टोर होता है। सेक्टर प्रत्येक ट्रैक को समान भागों में विभाजित करते हुए, प्रत्येक सेक्टर में 512 बाइट्स की Capacity होती है।

HDD अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न

प्रश्न 1. HDD कितने प्रकार के होते है ?

उत्तर – हार्ड डिस्क निम्न प्रकार की होती है
SATA का फुल फॉर्म Serial Advanced Technology Attachment होता है
PATA का फुल फॉर्म “Parallel Advanced Technology Attachment” होता है
SCSI का फुल फॉर्म “Small Computer System Interface” होता है
SSD का फुल फॉर्म “Solid State Drive “

प्रश्न 2. कंप्यूटर की हार्ड ड्राइव को हिंदी में क्या कहते है ?

उत्तर – Computer की हार्ड ड्राइव को हिंदी में हार्ड डिस्क ड्राइव या हार्ड डिस्क कहते हैं। Hard Disk एक ऐसा उपकरण है जो कंप्यूटर में डाटा को स्थायी रूप से Store करता है।

प्रश्न 3. हार्ड डिस्क कितने GB का होता है ?

उत्तर – सीगेट (Seagate) ने 20 TB की हार्ड डिस्क पेश की है, जो सबसे ज्यादा Store करने वाली हार्ड डिस्क में से एक है। 

प्रश्न 4. हार्ड डिस्क कौन सी मेमोरी है ?

उत्तर – Hard Disk एक नॉन-वोलेटाइल मेमोरी है, जिसका मतलब है कि यह बिजली के बिना भी Data को सुरक्षित रखता है।

आज आपने क्या सीखा

Full Form Of HDD इस Post में आपको हार्ड डिस्क के बारे में विस्तार से जानकारी दी गयी जैसे हार्ड Disk क्या होता हैHARD Disk के प्रकार हार्ड डिस्क का अविष्कार और इसके फायदे और नुकसान के बारे में जानकारी मिली ।

उम्मीद है आपको आज की Post से Hard Disk के बारे में बहुत से जानकारी मिली होगी अगर आपका इस Post को लेकर कोई सवाल है तो आप मुझे comment कर् सकते है ।

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