USB Full Form in Hindi : जानिए USB इतना बेस्ट क्यों है ?

USB (Universal Serial Bus) का उपयोग लगभग हर स्मार्ट फ़ोन यूजर कर रहा है क्या आपने कभी सोचा की आज लगभग हर स्मार्ट फ़ोन में यूनिवर्सल सीरियल बस का उपयोग क्यूँ होता है ?

यह एक ऐसा पोर्ट है जिसे आप सबसे से ज्यादा सभी प्रकार की device में देखते है चाहे वह computer प्रिंटर , लैपटॉप ,कैमरा और भी अनेक प्रकार की device में इसका उपयोग किया जाता है ।

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इस पोस्ट में USB का फुल फॉर्म क्या होता है ? USB क्या है ? इसके वर्शन , पवार कैपेसिटी ,फायदे और ये इतना क्यूँ महत्वपूर्ण है ? USB Type कितने प्रकार के होते है ? और USB के बारे में दिलचस्प जानकारी जो सायद आपको और कंही सायद ही न मिले ।

USB Full Form in Hindi

USB का पूर्ण रूप होता है “Universal Serial Bus” यह एक उद्योग मानक है जो छोटी दूरी के डिजिटल डेटा संचार के लिए होता है। USB डिवाइस को आपस में जोड़ने और डेटा तथा बिजली का आदान-प्रदान करने के लिए इस्तेमाल किया जाता है।

Universal Serial Bus क्या होता है ?

Universal Serial Bus (USB) एक industry standard है जो connectors, cables, और संचार प्रोटोकॉल के लिए Specifications Established करता है। यह व्यक्तिगत कंप्यूटरों और उनके peripheral devices के बीच संचार, connection और बिजली आपूर्ति के लिए इस्तेमाल होता है।

USB Full form in hindi
USB Full form in hindi

USB डिवाइसेज को आपस में जोड़ने और डेटा तथा बिजली का आदान-प्रदान करने के लिए इस्तेमाल किया जाता है। इसके अलावा, USB plug and play interface है, जिसका मतलब है कि इसे कंप्यूटर में कनेक्ट करते ही यह तुरंत काम करने लगता है, बिना किसी अतिरिक्त Software की आवश्यकता नही होती है ।

Universal Serial Bus का इतिहास क्या है ?

Universal Serial Bus (USB) का आविष्कार Ajay V. Bhatt ने 1994 में किया था, जब वे Intel Corporation में कार्यरत थे USB को पहली बार 1996 में लांच किया गया था सन 1998 में, Apple ने अपने कंप्यूटर iMac G3 में सीरियल और parallel port की जगह USB पोर्ट को लगाया।

जो कि उस समय का पहला Computer था जिसमें USB की सुविधा थी इसके बाद से, USB ने डिजिटल उपकरणों के बीच data transfer और power supply के लिए एक मानक के रूप में अपनी जगह बना ली है इसके विभिन्न editions है जैसे USB 1.0, 1.1, 2.0, 3.0, और 3.1 ने data transfer की गति और power supply क्षमता में निरंतर सुधार किया है ।

USB ३ .० क्या है ?

USB 3.0 एक उन्नत USB मानक है जो उच्च गति वाले डेटा ट्रांसफर की सुविधा प्रदान करता है। इसकी अधिकतम डेटा ट्रांसफर गति सैद्धांतिक रूप से 5 गीगाबिट प्रति सेकंड (5Gb/sec) तक हो सकती है, जो USB 2.0 की तुलना में काफी तेज है।

USB 3.0 को ‘SuperSpeed USB’ के नाम से भी जाना जाता है और यह अपने पूर्ववर्ती USB मानकों के साथ पिछड़ा संगतता (backward compatibility) भी प्रदान करता है।

इसके अलावा, USB 3.0 डिवाइसेस अधिक शक्ति प्रदान कर सकते हैं, जिससे बड़ी क्षमता वाले डिवाइसेस जैसे Hard Drives and Printers को बिना अतिरिक्त पावर सप्लाई के चलाया जा सकता है।

USB ४.० क्या है ?

USB 4.0 एक नया कनेक्टिविटी स्टैंडर्ड है जिसे USB Implementers Forum (USB-IF) द्वारा आधिकारिक रूप से जारी किया गया है। यह Thunderbolt 3 को अपने में समाहित करता है, जो PCIe 3.0 x4 चैनल का उपयोग करता है ।

इसलिए USB 4 भी PCIe डिवाइसेस जैसे कि बाहरी ग्राफिक्स कार्ड, बाहरी डिस्प्ले आदि का Support कर सकता है। USB 4 डिवाइसेस USB Power Delivery तकनीक (USB PD) का उपयोग करते हैं।

जिससे इसकी पावर सप्लाई 100W तक पहुँच सकती है। इसकी अधिकतम डेटा ट्रांसफर गति सिद्धांत रूप में 40 Gbps तक हो सकती है।

USB के कितने वर्शन है ?

USB के विभिन्न संस्करणों की जानकारी निम्नलिखित है:

USB 1.0

यह USB का पहला संस्करण था जिसे 1996 में लॉन्च किया गया था। इसकी data transfer speed लगभग 1.5 Mbit/s थी।

USB 1.1

इसे 1998 में बाजार में उतारा गया और इसकी data transfer speed 12 MBit/s तक थी। इसमें होस्ट से पेरिफेरल में 2.5V और 500mA का पावर भी सप्लाई किया जा सकता था।

USB 2.0

इसे सन 2000 में लॉन्च किया गया और यह बहुत ही सफल Version माना जाता है। इसकी डेटा स्पीड 480 MBit/s है और इससे 2.5V और 1.8 A का पावर सप्लाई किया जा सकता है।

USB 3.0

इसे 2008 में लॉन्च किया गया और इसकी data transfer स्पीड 5 Gbit/s है।

USB 3.1

इसे 2013 में लॉन्च किया गया और इसकी data transfer स्पीड 10 Gbit/s है। इसके द्वारा 20V और 5A तक पावर सप्लाई की जा सकती है और पावर को bi-directional supply किया जा सकता है।

USB 4.0

USB 4.0 इसे USB Implementers Forum द्वारा 29 अगस्त 2019 को जारी किया गया था। USB4 एकल, उच्च-गति डेटा लिंक को कई devices के साथ गतिशील रूप से Share करने की अनुमति देता है।

USB4 उपकरणों को कम से कम 20 Gbit/s डेटा ट्रांसफर दरों का Support करना चाहिए और वैकल्पिक रूप से, 40 Gbit/s (USB 4 Version 1.0), 80 Gbit/s (USB4 Version 2.0), और 120 Gbit/s की होती है ।

USB के इन Version के अलावा, विभिन्न प्रकार के USB कनेक्टर्स भी हैं, जैसे कि USB Type A, USB Type B, और USB Type C, जिनका उपयोग विभिन्न devices के साथ किया जाता है।

USB का उपयोग कहाँ होता है?

USB का उपयोग विभिन्न प्रकार के digital devices को कंप्यूटर से जोड़ने और data transfer करने के लिए होता है। इसका इस्तेमाल निम्नलिखित उपकरणों में किया जाता है-

  1. पेन ड्राइव- डाटा स्टोरेज और ट्रान्सफर के लिए।
  2. कीबोर्ड और माउस- इनपुट devices के रूप में ।
  3. प्रिंटर और स्कैनर- documents को प्रिंट और स्कैन करने के लिए ।
  4. डिजिटल कैमरा और वेबकैम- फोटो और video capture करने के लिए ।
  5. मोबाइल फोन्स और टैबलेट्स- चार्जिंग और data synchronization के लिए ।
  6. एमपी3 प्लेयर्स और ब्लूटूथ स्पीकर्स- म्यूजिक प्लेबैक और audio transfer के लिए ।
  7. USB का उपयोग डिवाइसेज के बीच आसान और fast connection स्थापित करने के लिए होता है।

USB 4.0 से USB 3.0 में अंतर क्या है?

USB 4.0 और USB 3.0 के बीच मुख्य अंतर निम्नलिखित हैं

डेटा ट्रांसफर

USB 4.0 में अधिकतम 40 Gbps तक की data transfer speed होती है, जबकि USB 3.0 में यह स्पीड 5 Gbps तक सीमित है ।

बैंडविड्थ

USB 4.0 अधिकतम Bandwidth को दोगुना करता है और एक साथ कई डेटा और display protocol को सपोर्ट करता है ।

पावर डिलीवर

USB 4.0, USB पावर डिलीवरी के नए Specification को सपोर्ट करता है जो अधिक पावर (जैसे कि 100W तक) को सपोर्ट कर सकता है1.

थंडरबोल्ट 3 सपोर्ट

USB 4.0, thunderbolt 3 के साथ पूर्णत compatible है, जो इसे उच्च-स्पीड data transfer और docking stations के लिए आदर्श बनाता है ।

कनेक्टर्स

USB 4.0 में USB Type-C कनेक्टर का उपयोग होता है, जो इसे अधिक बहुमुखी और उपयोग में आसान बनाता है ।

ये अंतर USB 4.0 को USB 3.0 की तुलना में अधिक उन्नत और तेज़ बनाते हैं। इसके अलावा, USB 4.0 के नए Specification इसे भविष्य के उपकरणों और उच्च-प्रदर्शन डिवाइसों के लिए अधिक उपयुक्त बनाते हैं।

USB के नए संस्करणों में कौनकौन सी तकनीक होती है?

USB के नए version’s में विभिन्न तकनीकी उन्नतियाँ शामिल होती हैं, जैसे कि:

उच्च डेटा ट्रांसफर गति

नए version’s में डेटा ट्रांसफर की गति पहले के मुकाबले काफी बढ़ गई है। जैसे कि USB 3.2 की गति 20 Gbps तक हो सकती है।

बेहतर पावर मैनेजमेंट

नए USB versions में डिवाइसेज को अधिक दक्षता से चार्ज करने की क्षमता होती है।

बैकवर्ड कम्पैटिबिलिटी

नए USB version पुराने version के साथ compatible होते हैं, जिससे उपयोगकर्ता पुराने डिवाइसेज को भी नए USB पोर्ट्स के साथ उपयोग कर सकते हैं।

बेहतर चिपसेट इंटीग्रेशन

नए USB version में चिपसेट का इंटीग्रेशन बेहतर होता है, जिससे डिवाइसेज की प्रदर्शन क्षमता में सुधार होता है।

यूएसबी क्यों महत्वपूर्ण है?

USB, यानी Universal Serial Bus, आधुनिक डिजिटल उपकरणों के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण है क्योंकि यह data transfer और power supply के लिए एक सरल और सुविधाजनक माध्यम प्रदान करता है। इसके कुछ मुख्य महत्व निम्नलिखित हैं:

Plug and play

USB डिवाइसेज को बिना किसी अतिरिक्त Software की जरूरत के तुरंत connect और उपयोग करने की सुविधा देता है।

Wide compatibility

अधिकांश digital devices में USB पोर्ट्स होते हैं, जिससे विभिन्न प्रकार के devices को आसानी से जोड़ा जा सकता है।

Data transfer

USB का उपयोग करके तेजी से data transfer किया जा सकता है, जो Files को Share करने और बैकअप लेने के लिए महत्वपूर्ण है।

Portability

USB ड्राइव्स का छोटा आकार और पोर्टेबिलिटी उन्हें Data Storage और Transport के लिए आदर्श बनाता है।

Charging

अधिकांश mobile devices को चार्ज करने के लिए USB Cables का उपयोग होता है।

इन सभी कारणों से, USB आज के डिजिटल युग में एक अनिवार्य technical components बन गया है। यह न केवल उपकरणों के बीच Communications को सरल बनाता है, बल्कि यह Digital जीवन को अधिक सुविधाजनक और कुशल बनाता है।

यूएसबी कितना पावरफुल है?

USB की पावर क्षमता इसके version और उपयोग के आधार पर भिन्न होती है। यहाँ कुछ सामान्य उदाहरण दिए गए हैं:

USB 1.1 – यह versionआमतौर पर 2.5V और 500mA तक की पावर सप्लाई कर सकता है।

USB 2.0 – इस version में पावर सप्लाई की क्षमता बढ़कर 2.5V और 1.8A तक हो जाती है।

USB 3.0 – इसे अधिक पावर क्षमता के साथ डिजाइन किया गया है, जो 5V और 1.8A तक पावर दे सकता है।

USB 3.1 – इस version में power delivery की क्षमता और भी बढ़ जाती है, जो 20V और 5A तक की पावर सप्लाई कर सकता है।

USB 3.2 यह version 20 Gbps तक की data transfer speed और उच्च पावर सप्लाई क्षमता प्रदान करता है।

USB की यह पावर क्षमता इसे विभिन्न प्रकार के उपकरणों को चार्ज करने और data transfer के लिए एक बहुत ही उपयोगी और शक्तिशाली interface बनाती है।

इसके अलावा, USB power delivery (USB PD) जैसे नए Specification ने इसकी पावर क्षमता को और भी बढ़ा दिया है, जिससे यह Laptop और अन्य बड़े उपकरणों को भी चार्ज कर सकता है।

यूएसबी वोल्टेज रेंज क्या है?

USB की वोल्टेज रेंज इसके version पर निर्भर करती है। आमतौर पर, USB 1.0 और USB 2.0 के लिए वोल्टेज 4.75V से 5.25V तक होता है। USB 3.0 और उसके बाद के editions में, वोल्टेज थोड़ा अधिक हो सकता है।

जैसे कि USB 3.1 जो 20V तक की पावर डिलीवरी कर सकता है। यह वोल्टेज रेंज USB डिवाइसेज को विभिन्न प्रकार के उपकरणों को चार्ज करने और data transfer करने की क्षमता प्रदान करती है।

USB केबल में कितने तार होते हैं?

USB केबल में आमतौर पर चार तार होते हैं:

  • वीबस (Vbus) – यह तार पावर सप्लाई के लिए होता है।
  • डेटा- (Data-) – यह तार Data सिग्नल के negative side के लिए होता है।
  • डेटा+ (Data+) – यह तार डेटा सिग्नल के positive side के लिए होता है।
  • ग्राउंड (Ground) – यह तार grounding के लिए होता है।

ये तार डेटा ट्रांसफर और Device को पावर प्रदान करने के लिए जरूरी होते हैं। USB Type-C केबल में अधिक तार होते हैं, जो उच्च डेटा ट्रांसफर गति और power delivery capability को सपोर्ट करते हैं।

क्या सभी USB केबल बराबर होते हैं?

नहीं, सभी USB केबल बराबर नहीं होते हैं। विभिन्न प्रकार के USB केबल होते हैं जो अलग-अलग Functions, Data Transfer Speed, Power Supply की क्षमता, और कनेक्टर्स के प्रकारों के अनुसार डिजाइन किए गए होते हैं।

उदाहरण के लिए, USB Type-C केबल अधिक तेज़ डेटा ट्रांसफर और बेहतर पावर डिलीवरी क्षमता प्रदान करते हैं, जबकि पुराने USB Type-A या USB 2.0 केबल इतनी तेज़ गति या Power Supply नहीं कर सकते।

इसलिए, जब आप USB केबल खरीदते हैं, तो यह जांच लेना महत्वपूर्ण है कि वह Cable आपके डिवाइस के साथ compatible है और आपकी जरूरतों के अनुसार है।

USB टाइप कितने होते है ?

USB के विभिन्न प्रकार के connectors निम्नलिखित हैं:

USB Type-A

यह सबसे आम USB कनेक्टर है, जो अधिकतर कंप्यूटरों और USB Hub में पाया जाता है। यह एक चौकोर आकार का कनेक्टर होता है जिसमें एक flat interface होता है।

USB full form hindi
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USB Type-B

यह कनेक्टर अक्सर Printer और बड़े peripheral devices में उपयोग होता है। यह एक चौकोर आकार का होता है जिसके ऊपरी कोने थोड़े गोल होते हैं।

USB Type-A Mini

यह छोटे डिजिटल उपकरणों जैसे कि Camra में उपयोग होता था।

USB Type-B Mini

यह भी छोटे Digital उपकरणों में उपयोग होता था और इसका आकार थोड़ा वर्गाकार होता है।

USB Type-A Micro

यह छोटे मोबाइल उपकरणों में उपयोग होता है और इसका आकार बहुत छोटा होता है।

USB Type-B Micro

यह अधिकांश Android Smartphone और Tablate में उपयोग होता है। यह छोटा और अधिक टिकाऊ होता है।

USB Type-C

यह नवीनतम और सबसे उन्नत USB कनेक्टर है, जो दोनों तरफ से प्लग इन किया जा सकता है और यह तेज़ Data Transfer और चार्जिंग क्षमता प्रदान करता है।

CPCT Ka Full Form – CPCT की तैय्यारी कैसे करें ?

FAQ Of USB (अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न )

प्रश्न 1. USB का पूरा नाम क्या है ?

USB का पूरा नाम “Universal Serial Bus” यह एक उद्योग मानक है जो छोटी दूरी के डिजिटल डेटा संचार के लिए होता है।

प्रश्न २. USB का अविष्कार कब हुआ ?

USB का अविष्कार साल 1996 में हुआ था। इसे एक भारतीय टेक्नोलॉजिस्ट अभिनव भट्ट ने Intel कंपनी में काम करते हुए किया था। USB एक Plug & Play इंटरफ़ेस है जो विभिन्न डिवाइस को आपस में कनेक्ट करने के लिए डेटा और पावर ट्रांसफर करता है।

1 thought on “USB Full Form in Hindi : जानिए USB इतना बेस्ट क्यों है ?”

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