Led का उपयोग आप अपने घर में Led बल्ब या फिर Tv या computer मॉनिटर के रूप में उपयोग करते ही है और यह क्युकी इसमें अन्य प्रकाश उत्सर्जंक कंपोनेट के मुकाबले खर्च कम और सर्विस अधिक देता है ।
आज इस आर्टिकल में आपको Led के बारे में सम्पूर्ण जानकारी देने वाले है जिसे LEd Full Form In Hindi , Led क्या है ? इसके फायदे और नुकसान क्या होते है इसका अविष्कार कब हुआ पूरी जानकारी के लिए आप अंत तक जरुर बनें रहे ।
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Led Full Form in Hindi
LED का पूरा नाम “Light Emitting Diode” होता है हिंदी में “प्रकाश उत्सर्जक डायोड” कहते है । यह एक प्रकार का सेमीकंडक्टर उपकरण है जो विद्युत ऊर्जा को प्रकाश में परिवर्तित करता है ।
प्रकाश उत्सर्जक डायोड क्या होता है ?
प्रकाश उत्सर्जक डायोड (LED) एक अर्धचालक उपकरण है जो विद्युत ऊर्जा को प्रकाश में परिवर्तित करता है। यह एक विशेष प्रकार की P-N Treaties होती है जो साधारण p-n Treaties से बहुत अधिक अपमिश्रित होती है और अग्र अभिनति में विकिरण ऊर्जा का उत्सर्जन करती है।
इसका मुख्य light output components gallium arsenide होता है, जो विद्युत ऊर्जा को प्रकाश में बदलता है। LED की क्षमता 50% से भी अधिक होती है, और इसकी विशेषता यह है कि इसे किसी प्लास्टिक फिल्म में भी लगाया जा सकता है।
इसके अलावा, LED पारंपरिक प्रकाश sources की तुलना में ऊर्जा की कम खपत, लंबा जीवनकाल, उन्नत दृढ़ता, छोटा आकार और तेज स्विचन के कारण बहुत उन्नत है।
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LED का आविष्कार किसने किया?
LED का आविष्कार “निक होलोन्याक जूनियर” (Nick Holonyak Jr.) ने सन 1962 में किया था उन्हें “प्रकाश उत्सर्जक डायोड के पिता” के रूप में भी जाना जाता है
LED का आविष्कार कैसे हुआ ?
LED का आविष्कार एक धीरे-धीरे विकसित होती प्रक्रिया के रूप में हुआ। इसकी शुरुआत 1927 में हुई जब रूसी वैज्ञानिक Oleg Losev ने पहली बार जांच की और पहली LED सिद्धांत प्रस्ताव रखा। आधुनिक LED का आविष्कार “निक होलोन्याक जूनियर” ने 1962 में किया, जिसमें उन्होंने एक प्रकाश उत्सर्जक डायोड विकसित किया जो दृश्यमान प्रकाश उत्पन्न कर सकता था।
LED एक semiconductor device है जो विद्युत धारा के प्रवाह से प्रकाश उत्पन्न करता है। इसमें एक P-N जंक्शन होता है, जहां P-टाइप और N-टाइप semiconductor सामग्री मिलती है।
जब इस Junction पर विद्युत धारा लगाई जाती है, तो इलेक्ट्रॉन और होल्स का Recombination होता है, जिससे प्रकाश उत्सर्जित होता है। इस प्रक्रिया को electroluminescence कहा जाता है और यही LED के काम करने का सिद्धांत है।
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एलईडी कितने प्रकार के होते हैं?
आपके द्वारा उल्लिखित प्रत्येक प्रकार के LED बल्ब के बारे में जानकारी निम्नलिखित है:
E27 LED Bulbs (ES)
E27 LED बल्ब, जिसे स्टैंडर्ड edison screw बल्ब भी कहा जाता है, आमतौर पर छत और दीवार की लाइट फिटिंग्स के लिए उपयोग किए जाते हैं ।
E14 LED Bulbs (SES)
E14 या SES LED बल्ब छोटे edison screw बेस के साथ आते हैं और इन्हें घरेलू प्रकाश व्यवस्था में उपयोग किया जाता है ।
B22 LED Bulbs (Bayonet)
B22 LED बल्ब, जिन्हें bayonet base bulb भी कहा जाता है, वे आमतौर पर घरेलू प्रकाश व्यवस्था में उपयोग के लिए होते हैं और इनमें Pus और twist fitting होती है ।
B15 LED Bulbs (Small Bayonet)
B15 या SBC LED बल्ब छोटे bayonet cap के साथ आते हैं और इन्हें विभिन्न प्रकार के लाइट फिटिंग्स में उपयोग किया जाता है ।
GU10 LED Bulbs
GU10 LED बल्ब आमतौर पर track लाइटिंग और Recessed लाइटिंग में उपयोग के लिए होते हैं और इनमें 2 पिन होते हैं ।
G4 LED Bulbs
G4 LED बल्ब bi-pin base के साथ छोटे बल्ब होते हैं जिन्हें विशेष रूप से छोटे Lamp और फिक्सचर्स में उपयोग किया जाता है ।
G9 LED Bulbs
G9 LED बल्ब आमतौर पर छोटे और compact होते हैं और इन्हें फैंसी फिटिंग्स और झूमरों में उपयोग किया जाता है ।
MR16 LED Bulbs
MR16 LED बल्ब लो वोल्टेज बल्ब होते हैं जिन्हें Track Lighting, Recessed Lighting, और लैंडस्केप लाइटिंग में उपयोग किया जाता है ।
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LED कैसे काम करता है?
LED, जिसे प्रकाश उत्सर्जक डायोड कहते हैं, एक ऐसा उपकरण है जो बिजली के प्रवाह से प्रकाश उत्पन्न करता है। यहाँ एक सरल विवरण है:
- सेमीकंडक्टर मटेरियल – LED में एक खास प्रकार का semiconductor material होता है जो बिजली के प्रवाह से प्रकाश उत्पन्न कर सकता है।
- P-N जंक्शन – इस material में P-Type और N-Type क्षेत्र होते हैं जो मिलकर P-N Junction बनाते हैं।
- इलेक्ट्रॉन्स और होल्स- जब इस Junction पर बिजली लगाई जाती है, तो electrons (नकारात्मक चार्ज वाले कण) और Hols (सकारात्मक चार्ज वाले कण) एक दूसरे से मिलते हैं।
- प्रकाश उत्पन्न – electrons और Hols के मिलने से ऊर्जा उत्पन्न होती है जो प्रकाश के रूप में बाहर आती है।
इस प्रक्रिया को electro luminescence कहते हैं और यही LED के काम करने का आधार है। इस तरह, LED बिजली को प्रकाश में बदल देता है ।
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LED TV क्या है ?
LED TV, जिसे Light Emitting Diode Television कहा जाता है, एक प्रकार का LCD TV है जो कि बैकलाइटिंग के लिए LED लाइट्स का उपयोग करता है। यह तकनीक TV को पतला और अधिक ऊर्जा कुशल बनाती है, साथ ही बेहतर चित्र गुणवत्ता और रंग सटीकता प्रदान करती है।
LED TV में छोटे और चमकीले diodes होते हैं जो Screen के पीछे या किनारों पर लगे होते हैं और ये diodes विभिन्न रंगों की रोशनी उत्पन्न करते हैं। इसके अलावा, LED TV आमतौर पर अधिक चमक और higher contrast अनुपात प्रदान करते हैं, जिससे देखने का अनुभव और भी बेहतर होता है।
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LED लैंप क्या है ?
LED लैंप, जिसे प्रकाश उत्सर्जक डायोड Lamp कहा जाता है, एक या कई LED को श्रेणीवार क्रम में जोड़कर बनाया जाता है। इनका lifetime और प्रकाश दक्षता पारंपरिक Lamp की तुलना में अधिक होती है, जिससे ये अधिक energy-efficient और लंबे समय तक चलने वाले होते हैं।
LED लैंप आजकल अधिक popular हो रहे हैं क्योंकि ये अधिक चमकीले होते हैं और बिजली की खपत कम करते हैं। LED तकनीक की खोज जापान के तीन वैज्ञानिकों ने की थी, जिनके नाम श्री ईशामू अकाशाकि, श्री हिरोशी अमानो और श्री सूजी नाकामुरा हैं। इन वैज्ञानिकों को उनके आविष्कार के लिए भौतिकी का नोबेल पुरस्कार भी मिला था ।
LED प्रिंटर क्या है ?
LED प्रिंटर एक प्रकार का non-impact printer है जो लेज़र printer के समान कार्य करता है, लेकिन इसमें लेज़र बीम की जगह LED लाइट का उपयोग होता है। यह printer कागज पर चित्रों और अक्षरों को प्रिंट करने के लिए LED प्रकाश का उपयोग करता है।
LED printer का आविष्कार 1989 में OKI द्वारा किया गया था और यह laser printer की तुलना में अधिक proficient और विश्वसनीय माना जाता है। इस printer में LED की एक पट्टी होती है जिसके माध्यम से यह चीज़ों को प्रिंट करता है और इसका आकार छोटा या बड़ा हो सकता है।
LED प्रिंटर high quality pictures या Text को प्रिंट करने में capable है और यह अधिक टिकाऊ होते हैं।इसके अलावा, यह printer लेज़र printer की तुलना में कम बिजली की खपत करता है और तेज गति से चीज़ों को Print करता है।
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LED का उपयोग किस फील्ड में होता है ?
Light Emitting Diode विभिन्न क्षेत्रों में उपयोग किया जाता है
- घरेलू प्रकाश व्यवस्था – घरों में ऊर्जा की बचत के लिए LED बल्ब और tube lights का उपयोग होता है।
- TV & Monitors- बैक-लाइटिंग के लिए LED पैनल्स का उपयोग होता है।
- Advertisement Display – बड़े विज्ञापन Boards and Signage में LED का उपयोग होता है।
- Automobile – कारों और अन्य वाहनों में headlights, indicators और interior lighting के लिए।
- signaling device- ट्रैफिक लाइट्स,emergency vehicle lights और railway signals में।
- Mobile phones and tablets– स्क्रीन डिस्प्ले और notification lights के लिए।
- medical equipment- विभिन्न प्रकार के diagnostic और therapeutic उपकरणों में।
ये कुछ प्रमुख क्षेत्र हैं जहाँ LED का उपयोग होता है, लेकिन इसके अलावा भी अनेक अन्य उपयोग हैं जैसे कि खिलौने, घड़ियाँ, remote controlled, और बहुत कुछ।
LED से प्रकाशित होने वाली ऊर्जा में कमी क्यों होती है?
LED से प्रकाशित होने वाली ऊर्जा में कमी कई कारणों से हो सकती है, जैसे:
थर्मल डिक्रेडेशन (thermal degradation)
अत्यधिक गर्मी के कारण LED की efficiency में कमी आ सकती है। यदि LED का तापमान बहुत अधिक हो जाए, तो इससे उसके प्रकाश उत्सर्जन में कमी आ सकती है ।
ड्राइवर इफिशिएंसी (driver efficiency)
LED ड्राइवर की efficiency भी प्रकाश उत्सर्जन पर प्रभाव डाल सकती है। यदि driver energy को प्रभावी ढंग से प्रकाश में परिवर्तित नहीं कर पाता, तो ऊर्जा की हानि हो सकती है ।
एजिंग (Aging)
समय के साथ, LED की लाइट Output में कमी आ सकती है, जिसे luminous degradation कहते हैं। यह एक सामान्य प्रक्रिया है जिसमें LED का प्रकाश उत्सर्जन धीरे-धीरे कम हो जाता है ।
इलेक्ट्रिकल स्ट्रेस (Electrical stress)
अनुचित वोल्टेज या धारा के कारण LED में electrical stress हो सकता है, जिससे इसकी प्रकाश उत्सर्जन क्षमता प्रभावित हो सकती है ।
इन कारणों के अलावा, LED की Quality, design, और उपयोग की परिस्थितियाँ भी इसके प्रकाश उत्सर्जन में कमी को प्रभावित कर सकती हैं।
LED के फायदे क्या होते है ?
LED के फायदे इस प्रकार हैं –
1. Energy efficiency-
LED बल्ब पारंपरिक बल्बों की तुलना में कम ऊर्जा का उपयोग करते हैं, जिससे बिजली की बचत होती है ।
२. long life –
LED लाइट्स की Life अधिक होती है, जो 11 से 20 साल के बीच हो सकती है ।
३. Low heat production –
LED बल्ब गर्मी का कम उत्पादन करते हैं, जिससे वे छूने में सुरक्षित रहते हैं और गर्मी से संबंधित नुकसान की संभावना कम होती है ।
४. Environment friendly –
LED बल्ब पर्यावरण के लिए अधिक अनुकूल होते हैं क्योंकि वे पारा या अन्य हानिकारक पदार्थों का उपयोग नहीं करते है ।
५. Durability
LED बल्ब झटकों और कंपनों के प्रति अधिक प्रतिरोधी होते हैं, जिससे वे अधिक टिकाऊ होते हैं ।
6. Instant light
LED बल्ब चालू होते ही तत्काल पूर्ण प्रकाश देने लगते हैं, जिससे प्रतीक्षा समय नहीं होता ।
७. Different colors
LED विभिन्न colors में उपलब्ध होते हैं, जिससे विभिन्न प्रकार की लाइटिंग जरूरतों को पूरा किया जा सकता है ।
८. Directional light
LED बल्ब Directional प्रकाश प्रदान करते हैं, जिससे विशिष्ट क्षेत्रों को प्रकाशित करना आसान होता है2.
ये फायदे LED तकनीक को घरेलू और commercial प्रकाश व्यवस्था के लिए एक लोकप्रिय Option प्रोवाइड करते हैं ।
LED के नुकसान क्या होते है ?
LED के कुछ संभावित Disadvantages निम्नलिखित हैं:
1. high cost – प्रारंभिक खरीद मूल्य पारंपरिक बल्बों की तुलना में अधिक हो सकता है ।
2. winter effect – ठंडे तापमान में LED की प्रदर्शन क्षमता प्रभावित हो सकती है ।
3. तापमान संवेदनशीलता– LED बल्ब अत्यधिक गर्मी के प्रति संवेदनशील होते हैं, और उच्च तापमान उनकी दक्षता और lifetime को कम कर सकता है ।
4. वन्यजीवों पर प्रभाव – कुछ अध्ययनों के अनुसार, LED प्रकाश वन्यजीवों पर प्रभाव डाल सकता है ।
5. नीली रोशनी का खतरा LED लाइट्स में नीली रोशनी की मात्रा अधिक होती है, जो आंखों के लिए सुरक्षित सीमा को पार कर सकती है और इससे आंखों को नुकसान हो सकता है ।
6. नींद और मानसिक स्वास्थ्य पर प्रभाव कुछ शोधों के अनुसार, LED बल्ब का इस्तेमाल आपकी नींद और मानसिक स्वास्थ्य को नुकसान पहुंचा सकता है ।
7. रेटिना को नुकसान– लगातार LED किरणों में रहने से रेटिना की कोशिकाओं को ऐसा नुकसान पहुंच सकता है जिसकी भरपाई नहीं हो सकेगी ।
ये नुकसान विशेष परिस्थितियों में या खराब गुणवत्ता के LED products के उपयोग से जुड़े हो सकते हैं। Good quality के LED products का चयन करने और उचित उपयोग करने से इन Disadvantages को कम किया जा सकता है ।
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FAQ Of LED (अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न )
प्रश्न 1. LED का पूरा नाम क्या है ?
LED का पूरा नाम Light Emitting Diode होता है हिंदी में प्रकाश उत्सर्जक डायोड कहते है ।
प्रश्न २. एक एलईडी कितने साल तक चलती है?
एक एलईडी का Life span विभिन्न कारकों पर निर्भर करता है, जैसे कि उपयोग के pattern, गुणवत्ता, और environmental conditions आमतौर पर, एलईडी बल्बों का जीवनकाल लगभग 50,000 घंटे तक होता है, जो कि लगभग 4 से 6 साल तक चल सकता है ।
प्रश्न ३. सबसे बड़ा एलईडी कौन सा है?
सबसे बड़ा एलईडी टीवी Samsung The Wall Luxury है, जिसका आकार 292 इंच यानी लगभग 24 फुट है। इसमें उच्च technology का इस्तेमाल किया गया है और यह tv scalable औरmodular technology पर आधारित है ।
इस टीवी की ब्राइटनेस 2,000 निट्स है और इसमें 120Hz वीडियो रेट के साथ आता है।
Laxmi Shankar इस Blog के फाउंडर और लेखक है जो इस ब्लॉग पर Education, Technology, Financial , Internet और सामान्य फुल फॉर्म के बारे में लेख प्रकाशित करते है । अगर इन विषयों से सम्बंधित कोई जानकारी चाहिए तो आप जरुर पूछ सकते है ।