भारत में BPO का उद्योग बहुत तेजी से बढ़ रहा है, क्योंकि यहां पर कम लागत, उच्च गुणवत्ता और बहु भाषी employees का उपलब्धता है। भारत में कई बड़ी multinational corporations अपनी बीपीओ सेवाएं outsource करती हैं ।
जैसे कि Google, Microsoft, Amazon, IBM, Accenture, Dell, HP, Wipro, TCS, Infosys आदि।
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इस पोस्ट में BPO के बारे में जानकारी मिलेगी जैसे BPO का फुल फॉर्म , BPO क्या है ? BPO के लिए योग्यता , प्रकार BPO का उपयोग कन्हा होता है ? इसके फायदे और नुकसान BPO संस्था की पूरी जानकारी के लिए अंत तक जरुर बनें रहे ।
BPO Full Form in Hindi
BPO Full Form In Hindi “Business Process Outsourcing” हिंदी में “बिजनेस प्रोसेस आउटसोर्सिंग ” है। यह एक ऐसी प्रक्रिया है जिसमें किसी कंपनी के कुछ business कार्यों या सेवाओं को किसी तीसरे पक्ष को contracts पर दिया जाता है।
B | Business | बिजनेस |
P | Process | प्रोसेस |
O | Outsourcing | आउटसोर्सिंग |
बीपीओ कंपनी का क्या मतलब है?
BPO का फुल फॉर्म हिंदी में “Business Process Outsourcing” हिंदी में ”बिजनेस प्रोसेस आउटसोर्सिंग” है। यह एक प्रकार की outsourcing प्रक्रिया है, जिसमें एक कंपनी अपने कुछ Business की जिम्मेदारियों या कार्यों को किसी दूसरी कंपनी को सौंपती है।
इससे company को अपने मुख्य कार्यों पर ध्यान देने में मदद मिलती है और लागत भी कम होती है।
जो उन कार्यों में विशेषज्ञ होती है। बीपीओ का उपयोग मुख्य रूप से IT, Accounting, Human Resources, Customer Care या Call Center जैसी सेवाओं के लिए किया जाता है।
भारत में बीपीओ Industry का बहुत बड़ा विकास हुआ है, क्योंकि यहां पर बहुत से युवा लोग इसमें काम करने के लिए उपलब्ध हैं, और foreign companies को यहां पर कम लागत और अच्छी गुणवत्ता की सेवा मिलती है।
भारत में BPO के कुछ प्रमुख केंद्र हैं: बंगलौर, मुंबई, चेन्नई, हैदराबाद, पुणे, नोएडा, गुड़गांव् इत्यादि ।
BPO के लिए योग्यता
BPO के लिए योग्यता निम्नलिखित हैं –
- आपको कम से कम 10+2 पास होना चाहिए।
- आपको अंग्रेजी और कम से कम एक और भाषा में fluent होना चाहिए।
- आपको Computer and Internet का बुनियादी ज्ञान होना चाहिए।
- आपको ग्राहक सेवा, problem solving और communication skills होने चाहिए।
- आपको Team में काम करने की आदत होनी चाहिए।
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BPO कितने प्रकार के होते हैं?
बीपीओ के दो प्रकार होते हैं:
बैक ऑफिस आउटसोर्सिंग
back office outsourcing में ऐसे कार्य शामिल होते हैं जो कंपनी के अंदर के संचालन से संबंधित होते हैं, जैसे अकाउंटिंग, human resource, payroll, आदि।
फ्रंट ऑफिस आउटसोर्सिंग
front office outsourcing में ऐसे कार्य शामिल होते हैं जो कंपनी के ग्राहकों या बाहरी पक्षों से संपर्क में रहने वाले होते हैं, जैसे Customer Service, Call Center, Technical Support, आदि।
BPO के प्रकार उनकी स्थिति, services और customers के आधार पर निर्भर करते हैं।
Offshore Outsourcing
इसमें एक कंपनी अपने BPO functions को एक दूसरे देश में स्थित एक तीसरे पक्ष को सौंपती है। उदाहरण के लिए, अगर एक American company अपने Call center को भारत में स्थित एक बीपीओ कंपनी को देती है, तो यह ऑफशोर आउटसोर्सिंग कहलाएगी।
इसका फायदा यह है कि इससे कंपनी को कम लागत, उच्च गुणवत्ता और बहुभाषी employees का लाभ मिलता है।
Nearshore Outsourcing
इसमें एक कंपनी अपने बीपीओ कार्यों को अपने देश के आस-पास के किसी देश में स्थित एक तीसरे पक्ष को सौंपती है। उदाहरण के लिए, अगर एक इंडियन company अपने Call center को नेपाल में स्थित एक बीपीओ company को देती है, तो यह नियरशोर आउटसोर्सिंग कहलाएगी।
इसका फायदा यह है कि इससे company को समय क्षेत्र, सांस्कृतिक और भाषाई समानता और आसानी से Travel करने का लाभ मिलता है।
Onshore Outsourcing
इसमें एक कंपनी अपने बीपीओ कार्यों को अपने ही देश में स्थित एक third पार्टी को सौंपती है। उदाहरण के लिए, अगर एक Indian कंपनी अपने Call center को भारत के किसी अन्य राज्य में स्थित एक बीपीओ company को देती है, तो यह Onshore Outsourcing कहलाएगी।
इससे कंपनी को नियम, अनुपालन, customer satisfaction और देशीय बाजार का ज्ञान मिलता है।
Hybrid Outsourcing
इसमें एक कंपनी अपने बीपीओ कार्यों को अपने देश और दूसरे देशों में स्थित एक या अधिक third parties को सौंपती है।
उदाहरण के लिए, अगर एक अमेरिकी कंपनी अपने Call center को अमेरिका, मेक्सिको और भारत में स्थित तीन अलग-अलग बीपीओ कंपनियों को देती है, तो यह hybrid outsourcing कहलाएगी।
इससे company को विभिन्न स्थानों, समय क्षेत्रों, भाषाओं और बाजारों का लाभ मिलता है।
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BPO का उपयोग कहां होता है ?
BPO का उपयोग विभिन्न क्षेत्रों और industries में होता है, BPO का उपयोग निम्नलिखित उदाहरणों में किया जा सकता है
ग्राहक सेवा प्रदान करना
कंपनियां अपने customers को तेजी और प्रभावी customer सहायता प्रदान करने के लिए एक संपर्क या Call center को किराये पर लेती हैं।
BPO प्रदाताओं के पास विशेष कौशल और certificate वाले एजेंट होते हैं, जो inbound and outbound ग्राहक समर्थन, हेल्प डेस्क सहायता, e-commerce support, शिकायत प्रबंधन, समस्या समाधान, order processing और tracking, supply chain management, स्वयं सेवा पोर्टल आदि जैसी सेवाओं को प्रदान करने के लिए नियमित रूप से प्रशिक्षण प्राप्त करते हैं।
डेटा एंट्री सुचारू करना
रोजाना बड़े पैमाने पर डेटासेट्स को संभालना आंतरिक employees को अधिक तनावग्रस्त कर सकता है, लेकिन आउटसोर्सिंग से data entry सेवाओं को सुचारू बनाया जा सकता है।
एक BPO कंपनी अपने employees को विभिन्न सूचना प्रबंधन कार्यों, जैसे कि Online और offline data entry, दस्तावेज़ ड्राफ्टिंग, Spreadsheet-Based Encoding, database handling, उत्पाद डेटा संगठन, Forms Processing, डेटा क्लीनिंग और मान्यता, data conversion आदि के लिए नवीनतम word processing उपकरणों का उपयोग करने की अनुमति देती है।
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सूचना प्रौद्योगिकी सक्षम सेवाएं (ITES) प्रदान करना
चाहे आप offshore, nearshore या onshore outsourcing का उपयोग करें, आपको ऐसे प्रदाता मिल सकते हैं, जो ITES प्रदान करते हैं। यह outsourcing किया गया काम IT और digital devices का उपयोग करके निम्नलिखित प्रक्रियाओं को तेजी और प्रभावी ढंग से पूरा करने में शामिल होता है:
- Web Development and Design
- Software Development and Testing
- Mobile Application Development and Testing
- Digital Marketing and Social Media Management
- Data Analysis and Reporting
- Cloud Computing and Storage
- Security and Networking
- IT Advice and Solutions
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BPO के क्या फायदे होते है ?
लागत की बचत
BPO से कंपनियों को अपने गैर-मुख्य कार्यों को कम लागत पर करने का मौका मिलता है, क्योंकि वे अपने internal resources उपकरणों, Training and Permissions पर खर्च करने की जरूरत नहीं होती हैं।
गुणवत्ता और प्रभावशीलता में सुधार
BPO से कंपनियों को Expertise, Experience, Technology और उद्योग के बेहतरीन प्रथाओं का लाभ मिलता है, जिससे उनके कार्यों की गुणवत्ता और Effectiveness में सुधार होता है।
केंद्रीकरण और flexibility
BPO से कंपनियों को अपने main functions पर ज्यादा ध्यान देने का अवसर मिलता है, जिससे वे अपने लक्ष्यों को बेहतर ढंग से पूरा कर सकते हैं।
इसके अलावा, BPO से कंपनियों को अपने कार्यों को customized करने, extended करने या घटाने की flexibility मिलती है, जिससे वे बाजार की मांग के अनुसार अपने resources का उपयोग कर सकते हैं।
ग्राहक संतुष्टि और नए अवसर
BPO से कंपनियों को अपने customers को तेजी और प्रभावी customer सहायता प्रदान करने का मौका मिलता है, जिससे उनका ग्राहक Satisfaction और वफादारी में वृद्धि होती है।
इसके साथ ही, BPO से कंपनियों को नए बाजारों, products और services के लिए नए अवसर मिलते हैं, जिससे वे अपनी रीच और market share बढ़ा सकते हैं।
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BPO के क्या नुकसान होते है ?
डाटा लीक का खतरा
BPO से कंपनियों को अपने secret और Important डाटा को तीसरे पक्ष को सौंपना पड़ता है, जिससे उनका Data लीक होने का खतरा बढ़ जाता है। डाटा लीक से companies को नुकसान, Competition, customers का विश्वास खोना, कानूनी मुद्दे आदि का सामना करना पड़ सकता है।
गुणवत्ता और नियंत्रण में कमी
BPO से कंपनियों को अपने Work की quality और Control पर समझौता करना पड़ सकता है, क्योंकि वे अपने कार्यों को अपने हाथों से बाहर कर देते हैं। यदि BPO सेवा प्रदाता का कामकाज अच्छा नहीं होता है, तो इससे companies की प्रतिष्ठा, customer satisfaction, Benefit आदि पर असर पड़ सकता है।
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सांस्कृतिक और सामाजिक मुद्दे
BPO से कंपनियों और उनके customers के बीच सांस्कृतिक और सामाजिक मुद्दे उत्पन्न हो सकते हैं, जैसे कि Language, समय क्षेत्र, रीति-रिवाज, मूल्य, आदर्श आदि। इन मुद्दों से संचार, समझ, सहयोग, Reliability आदि में बाधाएं आ सकती हैं।
कर्मचारियों का नाराजगी और अस्थिरता
BPO से कर्मचारियों का नाराजगी और अस्थिरता भी बढ़ सकता है, क्योंकि वे अपने कार्य को अन्य companies को सौंपने के कारण अपनी भूमिका, उद्देश्य, उन्नति आदि को खो सकते हैं।
इसके अलावा, BPO कर्मचारियों को भी अपने Work के प्रकार, समय, तनाव, Salary, रोजगार की सुरक्षा आदि के कारण नाराजगी और अस्थिरता का सामना करना पड़ सकता है ।
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बहुभाषी BPO संस्था कौन-कौन सी होती हैं?
बहुभाषी BPO संस्था वह होती हैं, जो विभिन्न भाषाओं में अपने ग्राहकों को Business Process Outsourcing सेवाएं प्रदान करती हैं। भारत में कई बहुभाषी BPO संस्थाएं हैं ।
जो अंग्रेजी के साथ-साथ हिन्दी, तमिल, तेलुगु, मराठी, बंगाली, गुजराती, कन्नड़, मलयालम, उर्दू, पंजाबी आदि भाषाओं में सेवाएं देती हैं।
फ़्लैटवर्ल्ड सलूशन
यह एक अग्रणी BPO संस्था है, जो २००२ से भारत में कार्यरत है। यह अपने ग्राहकों को data processing, ग्राहक सेवा, IT support, फाइनेंस और Accounting, Digital Marketing, एनिमेशन, इंजीनियरिंग, transcription, translation आदि जैसी विभिन्न BPO सेवाएं प्रदान करती है।
जेनपैक्ट
यह एक वैश्विक BPO संस्था है, जो २००५ में भारत में शुरू हुई थी। यह अपने ग्राहकों को फाइनेंस और एकाउंटिंग, IT support, ग्राहक सेवा, डेटा विश्लेषण, digital transformation, लीगल और कॉम्प्लायंस,HR and Payroll, transcription, translation आदि जैसी विभिन्न BPO सेवाएं प्रदान करती है।
हिन्दुस्तान समाचार
यह भारत की एक प्रमुख बहुभाषी समाचार संस्था है। यह भारत की पहली बहुभाषी News agency है। यह २०० से अधिक Newspapers, TV channels, radio stations, websites.
mobile applications को हिन्दी, अंग्रेजी, उर्दू, बंगाली, गुजराती, मराठी, तमिल, तेलुगु, मलयालम, कन्नड़, असमिया, ओडिया, पंजाबी, नेपाली, संस्कृत और भोजपुरी जैसी languages में समाचार सेवाएं प्रदान करती है।
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BPO के लिए स्किल्स
BPO के लिए आवश्यक स्किल्स निम्नलिखित हैं:
language skills
BPO के लिए आपको अंग्रेजी और कम से कम एक और भाषा में फ्लूएंट होना चाहिए, जिससे आप अपने customers or clients के साथ अच्छी तरह से संवाद कर सकें। आपको अपनी भाषा का उच्चारण, शब्दावली, व्याकरण और handwriting पर ध्यान देना होगा।
Computer Skills
BPO के लिए आपको कंप्यूटर और इंटरनेट का बुनियादी ज्ञान होना चाहिए, जिससे आप अपने कार्यों को आसानी से कर सकें। आपको Word, Excel, PowerPoint, Email, Web Browsing, Data Entry, Data विश्लेषण आदि जैसे computer applications का उपयोग करना आना चाहिए।
customer service skills
BPO के लिए आपको ग्राहक सेवा, समस्या सुलझाने और communication skills होने चाहिए, जिससे आप अपने ग्राहकों की जरूरतों, शिकायतों, प्रश्नों या suggestions को समझकर उन्हें संतुष्ट कर सकें। आपको अपने ग्राहकों के साथ विनम्र, sympathetic, व्यवसायिक और विश्वसनीय होना होगा।
teamwork skills
आपको Team में काम करने की आदत होनी चाहिए, जिससे आप अपने सहयोगियों, managers and customers के साथ अच्छे संबंध बना सकें। आपको अपने Team के लक्ष्यों, नियमों, नीतियों और प्रथाओं का पालन करना होगा।
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BPO संस्थाओं में प्रमोशनल ग्रोथ
एक BPO कर्मचारी अपने कार्य के आधार पर अपनी स्थिति, वेतन, जिम्मेदारी और अवसरों में सुधार कर सकता है। BPO संस्थाओं में promotional growth के लिए कुछ आवश्यक गुण हैं, जैसे कि:
Excellent Performance
Employee को अपने कार्य को समय पर, quality के साथ और customer satisfaction के साथ पूरा करना चाहिए। इससे वह अपने Managers and Clients का विश्वास जीत सकता है और अपने कार्य के लिए प्रशंसा और पुरस्कार प्राप्त कर सकता है।
Learning new skills
BPO Employee को अपने कार्य के साथ-साथ नए Skill सीखने की इच्छा रखनी चाहिए, जैसे कि नई भाषा, New technology, new domain आदि। इससे वह अपने कार्य की विविधता और चुनौतियों को स्वीकार कर सकता है और अपने कार्य के लिए अधिक योग्य बन सकता है।
Positive attitude and confidence
BPO कर्मचारी को अपने कार्य में positive attitude and confidence रखना चाहिए, जिससे वह अपने ग्राहकों, सहयोगियों और managers के साथ अच्छे संबंध बना सके और अपने कार्य के लिए उत्साह और जुनून दिखा सके इससे वह अपने कार्य में खुश और संतुष्ट रह सकता है और अपने कार्य के लिए अधिक जिम्मेदार बन सकता है।
Promotional Opportunities
BPO कर्मचारी को अपने कार्य में निरंतर सुधार करने के साथ-साथ अपने कार्य के लिए promotional अवसरों की तलाश रखनी चाहिए, जैसे कि indoor or outdoor advertising, अनुशंसा, ट्रेनिंग, ट्रांसफर आदि।
इससे वह अपने कार्य के लिए अधिक उच्च स्तर की स्थिति, salary, responsibility और अवसर प्राप्त कर सकता है।
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BPO और कॉल सेंटर में क्या अंतर है ?
BPO और कॉल सेंटर में अंतर निम्नलिखित हैं –
BPO
BPO का मतलब है Business Process Outsourcing, जिसमें एक कंपनी अपने कुछ गैर-मुख्य कार्यों को कम लागत पर किसी दूसरी कंपनी को सौंपती है, जो उन कार्यों में विशेषज्ञ होती है।
BPO में विभिन्न प्रकार के कार्य हो सकते हैं, जैसे Data Processing, Finance and Accounting, IT Support, Digital Marketing, Animation, Engineering, Transcription, Translation आदि।
कॉल सेंटर
एक प्रकार का BPO, जिसमें केवल फोन कॉल के माध्यम से कार्य किया जाता है। Call center में मुख्य रूप से ग्राहक सेवा, समस्या सुलझाने और संचार कौशल होते हैं।
कॉल सेंटर में 2 तरह के कॉल होते हैं: inbound and outbound इनबाउंड कॉल में ग्राहक या client कॉल सेंटर को कॉल करता है, जबकि outbound कॉल में कॉल सेंटर ग्राहक या client को कॉल करता है।
BPO की सैलरी कितनी होती है ?
BPO का प्रकार, काम का स्तर, काम का Experience, काम की Responsibility, काम का समय, काम की Language और place of work आमतौर पर, BPO की सैलरी 10,000 से 50,000 रुपये प्रति माह तक हो सकती है, लेकिन यह उपर्युक्त कारकों पर निर्भर करती है।
इसके अलावा, अगर आप रात के shift में काम करते हैं, तो आपको दिन के shift से ज्यादा salary मिल सकती है। अगर आप अंग्रेजी के साथ-साथ किसी अन्य Language में भी काम करते हैं।
इसके अलावा, अगर आप रात के shift में काम करते हैं, तो आपको दिन के shift से ज्यादा salary मिल सकती है। अगर आप अंग्रेजी के साथ-साथ किसी अन्य Language में भी काम करते हैं।
तो आपको उस भाषा का भी extra bonus मिल सकता है।1 अगर आप किसी मेट्रो शहर में काम करते हैं, तो आपको उस शहर के मुताबिक सैलरी मिलेगी, जो कि छोटे शहरों से ज्यादा हो सकती है।
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FAQ Of BPO (अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न)
प्रश्न 1. BPO का फुल फॉर्म क्या होता है ?
BPO का फुल फॉर्म हिंदी में “बिजनेस प्रोसेस आउटसोर्सिंग” (Business Process Outsourcing) है।
प्रश्न 2. BPO क्या काम करते है ?
BPO का मतलब है Business Process Outsourcing, जिसमें एक कंपनी अपने कुछ गैर-मुख्य कार्यों को कम लागत पर किसी दूसरी company को सौंपती है, जो उन कार्यों में विशेषज्ञ होती है।
इससे पहली company को अपने मुख्य कार्यों पर ज्यादा Focus करने का मौका मिलता है, और दूसरी company को उसके कार्यों के लिए आय मिलती है।
प्रश्न 3. बहुभाषी BPO में करियर का संभावना क्या होती है ?
बहुभाषी BPO में करियर का संभावना काफी अच्छा है, क्योंकि ऐसे BPO में विभिन्न भाषाओं में ग्राहकों को सेवा प्रदान की जाती है, जिससे कंपनियों को अपनी रीच और market share बढ़ाने में मदद मिलती है।
बहुभाषी BPO में काम करने वाले employees को अपनी मूल भाषा के साथ-साथ अंग्रेजी और कम से कम एक या दो अन्य भाषाओं में फ्लूएंट होना होता है, जिससे वे विभिन्न देशों और संस्कृतियों के ग्राहकों के साथ आसानी से बातचीत कर सकें।
प्रश्न 4. BPO कितने प्रकार के होते हैं?
BPO का पूरा नाम Business Process Outsourcing है, जिसका मतलब है कि किसी कंपनी द्वारा अपने कुछ कार्यों या सेवाओं को किसी अन्य कंपनी को सौंपना।
1. Offshore Outsourcing
2. Onshore Outsourcing
3. Nearshore Outsourcing
4. Hybrid Outsourcing
Laxmi Shankar इस Blog के फाउंडर और लेखक है जो इस ब्लॉग पर Education, Technology, Financial , Internet और सामान्य फुल फॉर्म के बारे में लेख प्रकाशित करते है । अगर इन विषयों से सम्बंधित कोई जानकारी चाहिए तो आप जरुर पूछ सकते है ।